बॉर्डर पर तैनात जवानों की कलाई में महकेगी हैंडमेड राखी, जानिए आखिर इत्र नगरी में कौन और कहां रहा बना

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Last Updated:August 08, 2025, 15:44 ISTRaksha Bandhan 2025: रक्षाबंधन के पावन अवसर पर कन्नौज के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में ‘हम बनेंगे हुनरमंद’ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. कक्षा 8 की छात्राएं शिक्षकों के मार्गदर्शन में इको-फ्रेंडली इत्रयु…और पढ़ेंकन्नौज: रक्षाबंधन के पावन पर्व पर कन्नौज के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में ‘हम बनेंगे हुनरमंद’ कार्यक्रम के तहत एक विशेष रक्षाबंधन कार्यशाला की शुरुआत की गई. इस कार्यशाला में छात्राएं शिक्षकों के साथ मिलकर इको-फ्रेंडली घरेलू इत्र से युक्त राखियां तैयार कर रही हैं, जिन्हें सीमा पर तैनात वीर जवानों को भेजा जाएगा. कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में सृजनात्मकता, हुनर और देशप्रेम की भावना को बढ़ावा देना है. राखियां पूर्णतः स्थानीय सामग्री से बनाई जा रही हैं और उनमें कन्नौज की खुशबू यानि इत्र की खास महक भी शामिल की गई है.

प्रधानाचार्य नीलम भदोरिया ने बताया कि यह कार्यशाला सिर्फ एक राखी बनाने की गतिविधि नहीं है, बल्कि बच्चियों के भविष्य निर्माण की दिशा में एक मजबूत कदम है. इससे न सिर्फ हुनर निखरेगा बल्कि उनमें आत्मनिर्भरता की भावना भी विकसित होगी. शिक्षकों ने भी बताया कि बालिकाएं पूरे मनोयोग से इस गतिविधि में हिस्सा ले रही हैं और हर राखी को एक प्यारे संदेश और खुशबू के साथ तैयार कर रही हैं. इसमें न केवल कारीगरी सिखाई जा रही है, बल्कि पर्यावरण के प्रति जागरूकता और सैनिकों के प्रति सम्मान भी सिखाया जा रहा है.

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क्या बोली छात्रा?
कक्षा 8 की छात्रा वंशिका ने बताया कि हमें गर्व है कि हम अपने हाथों से ऐसी राखियाँ बना रहे हैं जो देश की रक्षा करने वाले वीर भाईयों तक जाएंगी क्योंकि देश के जवान हर पल हमारी सुरक्षा के तैनात है, तो हम लोग इस राखी के माध्यम उनकी सुरक्षा की प्रार्थना करते है. वही इस कार्यक्रम के तहत हम और भी चीजे सीख रहे जो आगे भविष्य में हमारे काम आएगी.

लोकल 18 से बात करते हुए कन्नौज के बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि इस योजना से बच्चों को बहुत लाभ मिलेगा इस योजना की शुरुआत 15 अगस्त के चलते और रक्षाबंधन के चलते राखी की थीम पर शुरू हुई है. आओ बने हुनर मंद बच्चों को अभी से सीख मिलेगी तो यह स्कूल से निकलने के बाद किसी भी रोजगार को करने के लिए आत्मनिर्भर रहेंगे, ऐसे में विशेष कर छात्रों को इसका बहुत लाभ मिलेगा. वहीं छात्रों के द्वारा यह जो राखियां तैयार की जा रही हैं वह सरहदों पर तैनात देश के जवानों को भेजी जाएगी.Location :Kannauj,Uttar PradeshFirst Published :August 08, 2025, 15:44 ISThomeuttar-pradeshबॉर्डर पर तैनात जवानों की कलाई में महकेगी हैंडमेड राखी, जानिए कौन रहा बना

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