Ayurvedic Diet: आयुर्वेद एक प्राचीन भारतीय औषधीय दर्शन है, जो पूरी तरह से किसी के दोषों के आधार पर जीवन जीने की बात करता है. यह इस विचारधारा पर काम करता है कि प्रत्येक व्यक्ति में तीन प्रकार की एनर्जी (वात, पित्त और कफ) का संयोजन होता है. ये तीनों प्रकार एनर्जी हम सभी में मौजूद हैं. आयुर्वेद इस बात पर जोर देता है कि हर किसी में जन्म से ही एक प्रमुख दोष होता है और अन्य दो प्रकार की ऊर्जा का संतुलन होता है.
आयुर्वेद के पूरे सारांश को एक सरल लाइन में समाहित किया जा सकता है- जब आहार गलत हो, तो दवा किसी काम की नहीं होती; जब आहार सही हो तो दवा की कोई जरूरत नहीं होती. यदि आप एक उचित आयुर्वेदिक डाइट का पालन करना चाहते हैं, तो हम बताएंगे कि आप अपनी डाइट में कौन सी चीज शामिल करें.
1. घीआयुर्वेद घी (स्पष्ट मक्खन) को एक सुपर फूड के रूप में मान्यता देता है. नियमित मक्खन की तुलना में इसे पचाना आसान होता है और इसकी शेल्फ लाइफ लंबी होती है. यह शरीर के बाहर विषाक्त पदार्थों (टॉक्सिन) की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए जाना जाता है.
2. गर्म दूधयह समझना जरूरी है कि गर्म दूध की तुलना में ठंडा दूध पचने में थोड़ा मुश्किल होता है. इसलिए, आयुर्वेद में गर्म दूध को एक अत्यंत पवित्र घटक माना जाता है क्योंकि जब यह ठीक से पच जाता है, तो यह सभी दोषों को संतुलित करने और शरीर को शक्ति प्रदान करने में मदद करता है.
3. अदरकचाय से लेकर कई तरह की करी में अदरक के बिना एक विशिष्ट भारतीय थाली की कल्पना नहीं की जा सकती है. अदरक को आयुर्वेद में सर्वव्यापक औषधि माना गया है. यह न केवल पाचन में सहायता करता है बल्कि मासिक धर्म के दर्द से भी लड़ने में मदद कर सकता है.
4. जीराआप अपनी डेली डाइट में जीरा को दो तरीकों से शामिल कर सकते हैं. या तो जीरे को रात भर भिगो कर रख दें और सुबह सबसे पहले इसे पी लें या फिर पानी उबालकर उसमें एक चुटकी जीरा डाल दें. यह मिश्रण पाचन प्रक्रिया में मदद करने के लिए जाना जाता है.
5. गर्म पानीबहुत सारे आयुर्वेदिक ग्रंथ में गर्म पानी पीने के फायदों से भरे पड़े हैं. यह न केवल शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है, बल्कि आपकी स्किन को भी चमकदार बनाता है. हाइड्रेटेड रहने और अपने मेटाबॉलिज्म को एक्टिवेट करने के लिए हर घंटे सादा गर्म पानी पीते रहना चाहिए.
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