ज्येष्ठ की पूर्णिमा को सरयू जयंती के रूप में मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि शुक्ल पक्ष जेष्ठ की पूर्णिमा को सरयू माता का धरती पर अवतरण हुआ था. इस दिन को अयोध्या में धूमधाम से सरयू के तट पर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान और आयोजन किए जाते हैं. अयोध्या में आञ्जनेय सेवा समिति के द्वारा तीन दिवसीय सरयू महोत्सव का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रतिदिन सरयु की भव्य 2100 बत्ती की आरती उतारी गई और प्रसिद्ध कथावाचक जगतगुरु महामंडलेश्वर राम दिनेशाचार्य ने सरयू का तीन दिवसीय व्याख्यान दिया है.
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Chhattisgarh family forced to ‘reconvert’ to Hinduism after locals oppose alleged Christian burial
RAIPUR: A deceased woman’s family was forced to ‘reconvert’ to Hinduism after locals objected to her burial allegedly…

