सर्वेश श्रीवास्तव
अयोध्या. धार्मिक नगरी अयोध्या में एक बार फिर गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखने को मिली. नौ नवंबर, 2019 को अयोध्या में मंदिर-मस्जिद का लंबे समय से चला आ रहा विवाद खत्म हुआ. सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि परिसर को लेकर चल रहे विवाद का निपटारा करते हुए रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया. इसके साथ ही जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर धन्नीपुर में मुस्लिमों के लिए पांच एकड़ जमीन देने का फैसला किया जहां मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद का निर्माण कर सकें.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जहां भव्य राम मंदिर का निर्माण चल रहा है. तो वहीं दूसरी तरफ धन्नीपुर मस्जिद के लिए बड़ी संख्या में हिंदू समाज के लोग गुप्त दान कर रहे हैं. मस्जिद ट्रस्ट का दावा है कि सबसे पहले मस्जिद निर्माण में 11 हिंदू भाइयों ने चंदा दिया है. जिनका नाम गुप्त रखा गया है. इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन के ट्रस्टी अरशद अफजल ने दावा करते हुए बताया कि मस्जिद निर्माण के लिए बड़ी संख्या में हिंदू भाई सपोर्ट कर रहे हैं. गुप्त दान दे रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि हमारे इस प्रोजेक्ट में भी हिंदू समाज के लोग बढ़-चढ़कर साथ दे रहे हैं. आने वाले समय में हमारा यह प्रोजेक्ट हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करेगा.
हिंदू-मुस्लिम एकता की बनेगी मिसालअफजल ने बताया कि अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट को जो समर्थन मिल रहा है वो सभी संप्रदाय के लोगों से मिल रहा है. सबसे खुशी की बात है कि हिंदू समाज के लोग हमारे ट्रस्ट को सपोर्ट कर रहे हैं. इसमें सबसे पहले 11 हिंदू भाइयों ने चंदा दिया है. हालांकि, उनका यह गुप्त दान है. न हम उनका नाम बता सकते हैं, न दान बता सकते हैं. लेकिन अभी भी हिंदू समाज के लोग हमारे ट्रस्ट को सपोर्ट कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि हमारा यह प्रोजेक्ट हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बनेगी
अयोध्या में यहां बन रही है मस्जिदनीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके आप मस्जिद तक पहुंच सकते हैंDhannipurhttps://maps.app.goo.gl/TKjt92MBSAahNEh3Aब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|Tags: Ayodhya News, Ayodhya ram mandir, Hindu-Muslim, Mosque, Up news in hindiFIRST PUBLISHED : November 11, 2022, 18:36 IST
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Shivraj Patil’s last rites performed with state honours; Om Birla, Kharge present
In between, he was a member of the Maharashtra legislative assembly from Latur for two terms between 1972…

