अयोध्या में दिखते हैं कई रंगों के राम! कहीं काले, कहीं गोरे, कहीं बाल स्वरूप में विराजमान प्रभु

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Last Updated:June 19, 2025, 23:17 ISTअयोध्या में भगवान राम विभिन्न रूपों काले, गोरे और बाल स्वरूप में विराजमान हैं. हर मंदिर में प्रभु राम की मूर्तियां भक्तों की आस्था के अनुसार विराजती हैं, जो अयोध्या को धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अद्वितीय ब…और पढ़ेंहाइलाइट्सअयोध्या में राम के विभिन्न स्वरूप पूजे जाते हैं.काले राम मंदिर का ऐतिहासिक महत्व है.रामलला के बाल स्वरूप के दर्शन भक्तों को भावविभोर करते हैं.अयोध्या- भगवान राम की नगरी अयोध्या न केवल उनकी जन्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है, बल्कि यह नगरी उनकी विविध छवियों, रंगों और भावनात्मक स्वरूपों के लिए भी विख्यात है. अयोध्या का हर मठ-मंदिर प्रभु श्रीराम की किसी न किसी विशेष रूप में पूजा-अर्चना करता है, जो भक्तों को आध्यात्मिक रूप से भावविभोर कर देता है.हर मंदिर में अलग स्वरूप
अयोध्या के अधिकांश मंदिरों में भगवान श्रीराम और माता सीता की उपासना की जाती है, लेकिन कुछ मंदिरों में प्रभु राम की मूर्तियां अपने अलग-अलग रंग और रूप में स्थापित हैं. यही विविधता अयोध्या को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से और भी समृद्ध बनाती है.

विक्रमादित्य की आस्था का प्रतीकअयोध्या के नागेश्वरनाथ मंदिर के पास स्थित काले राम मंदिर अति प्राचीन और ऐतिहासिक महत्व रखता है. माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना करीब 2000 वर्ष पूर्व उज्जैन के राजा विक्रमादित्य ने की थी. यहां भगवान राम काले रंग में विराजमान हैं और भक्तों की भावना को पूर्ण श्रद्धा से स्वीकार करते हैं.

भक्तों की भावना से उत्पन्न स्वरूप
काले राम मंदिर के समीप ही स्थित गोरे राम मंदिर में प्रभु राम गोरे स्वरूप में स्थापित हैं. पुजारियों के अनुसार, इस मंदिर में भगवान को उनके रंग के आधार पर नहीं, बल्कि भक्तों की श्रद्धा और भावना के आधार पर यह स्वरूप मिला है. यहां देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु प्रभु राम के शांत, सौम्य और आकर्षक रूप के दर्शन करते हैं.

रामलला के बाल स्वरूप से लेकर विविध छवियांराम मंदिर परिसर में विराजमान 5 वर्ष के बाल स्वरूप रामलला के दर्शन कर भक्तों की श्रद्धा चरम पर पहुंच जाती है. ये स्वरूप भक्तों के लिए बाल लीला की स्मृति का प्रतीक हैं. इसी तरह अयोध्या के विभिन्न कोनों में भगवान राम बालक, योद्धा, राजा और भक्तवत्सल रूपों में पूजे जाते हैं.

भक्ति का केंद्र है रंगों के रामअयोध्या में यह मान्यता है कि भगवान भक्तों को उनकी भावना के अनुरूप दर्शन देते हैं. यही कारण है कि कहीं प्रभु राम काले रंग में, तो कहीं गोरे स्वरूप में, और कहीं बाल स्वरूप में विराजमान हैं. यह विविधता भक्तों को एक ही ईश्वर की अनेक लीलाओं और स्वरूपों से जोड़ती है.Location :Ayodhya,Faizabad,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshअयोध्या में दिखते हैं कई रंगों के राम! कहीं काले, कहीं गोरे, कहीं बाल स्वरूप..

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