अयोध्या: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे लगातार अत्याचार और उनकी हत्या के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश का माहौल है. इस अत्याचार के विरोध में अयोध्या के संतों ने एक विशेष धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया. इस अनुष्ठान के जरिए हिंदू पर हो रहे अत्याचार को कम करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की गई. इसके साथ ही राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से भी हिंदुओं के बचाने के लिए अपील की गई. अयोध्या में साधु-संतों ने बगलामुखी मां भगवती की आराधना कर हवन और यज्ञ किया. इसमें लगभग दो दर्जन से ज्यादा साधु संत शामिल हुए. इस अनुष्ठान के जरिए हिंदुओं को शक्ति देने और प्रतिकार के लिए प्रेरित करने के लिए प्रार्थना की गई. .राष्ट्रवादी संत दिवाकर आचार्य के नेतृत्व में संतों ने हवन कर बांग्लादेश में हिंदुओं के ऊपर हो रही बर्बरता को खत्म करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. संत दिवाकराचार्य ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू बहन-बेटियों के साथ बर्बरता किया जा रहा है. बांग्लादेश में ना तो संविधान बचा है और ना ही लोकतंत्र. दिवाकराचार्य ने कहा कि हिंदू के नाम पर समुदाय विशेष और धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा है. हिंदू हमेशा से अहिंसा का पाठ पढ़ाता रहा है. बांग्लादेशी हिंदुओं को हिंसक बनाने के लिए हमने हवन किया है. मां भगवती की आराधना कर उनसे प्रार्थना की है कि बांग्लादेशी हिंदू अपनी बहन बेटियों के रक्षा के लिए हाथ में शस्त्र उठाएं प्रतिकार करें.सैन्य शक्ति का प्रयोग करें भारतदिवाकर आचार्य ने कहा कि बांग्लादेश को स्वतंत्र करने तथा बांग्लादेश में पुनः लोकतंत्र और संविधान की स्थापना हो इसके लिए भगवती से प्रार्थना की है. संतों ने कहा कि भारत सरकार से भी निवेदन है कि पूरे विश्व के इस्लामी संगठन एक हो चुके हैं. हिंदू की उत्पत्ति स्थल भारत है. बांग्लादेश अखंड भारत का हिस्सा है. पीएम मोदी से निवेदन करते हुए संतों ने कहा कि भारत सरकार बांग्लादेश में बसे हुए हिंदुओं को सुरक्षा उपलब्ध कराए. बांग्लादेश में जिहादी आतंकवादियों को सफाई करें. इसके लिए अपनी सैन्य शक्ति का भी प्रयोग करें.FIRST PUBLISHED : August 17, 2024, 20:00 IST
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