Uttar Pradesh

अयोध्या-बस्ती की दूरी कम, योगदान देने वाले किसानों के लिए खुशखबरी, ये है वजह  



कृष्ण गोपाल द्विवेदी/बस्ती. धर्मनगरी अयोध्या और बस्ती पड़ोसी जिला होने के साथ ही दोनों का नाता त्रेता युग से है. जहां अयोध्या भगवान राम की नगरी है तो बस्ती को गुरू वशिष्ठ की धरती कहा जाता है. उसी का नतीजा है कि भगवान राम के नगरी से जुड़ी बहुत सी पौराणिक और सांस्कृतिक यादें बस्ती जनपद में भी देखने को मिल जाती हैं.

इसी क्रम में जैसे-जैसे धर्म नगरी अयोध्या का विकास हो रहा है, भगवान राम से जुड़ी बस्ती के भी पौराणिक स्थलों का विकास को बढ़ावा मिल रहा है. बात चाहे चौरासी कोसी परिक्रमा की हो, भगवान राम के अवतरण हेतु मखौड़ा धाम में किए गए पुत्रकामेष्ठि स्थल की हो, राम जानकी मार्ग का हो या अयोध्या रिंग रोड की बात हो, जो भगवान राम से जुड़ी सभी स्थलों को जोड़ने का काम करेगी. इन सभी योजनाओं और भगवान राम के पथ निमार्ण में सबसे अहम रोल किसान का है, जिनकी जमीनें इन योजनाओं में जा रही है.

राम पथ निमार्ण में किसानों का योगदानभगवान राम से जुड़ी बस्ती जनपद स्थित पौराणिक स्थलों को जोड़ने के लिए अयोध्या रिंग रोड का निमार्ण कराया जा रहा है, जो अयोध्या से बस्ती तक भगवान राम से सम्बन्धित सभी पौराणिक स्थलों को जोड़ने का काम करेगी. जिससे श्रद्धालु आसानी से इन सभी पौराणिक स्थलों तक पहुंच सके, अयोध्या रिंग रोड बस्ती जनपद में 40 किलोमीटर के दायरे को जोड़ेगी. जिसमें 12 गांव सीधे रूप से प्राभावित है. जिसमें 618 किसानों की भूमि गई है, जिसमें उनको 62 करोड़ रूपए मुआवजा मिलना था. जिसमें 247 किसानों को 35 करोड़ के आस पास मुआवजा मिल चुका है.

 9 करोड़ 50 लाख का मुआवजा371 किसानों को 27 करोड़ का वितरण करना बाकी है और राम जानकी मार्ग पर 22 गांव प्राभावित हैं, जिसमें 1313 किसानों की जमीन जा रही है. जिसका उन्हें मुआवजा मिलना था, जिसमें 9 करोड़ 78 लाख रुपया 953 किसानों को दिया जा चुका है. 360 किसानों को 9 करोड़ 50 लाख के करीब देना है. बस्ती जनपद के नवागत जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने बाकी किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा देने पर बल दिया और इसके लिए उन्होंने एक नोडल भी बनाया है जो इन किसानों की समस्याओं और कागजों को सही कराकर जल्द से जल्द मुआवजा देना का काम करेगा. जिससे भगवान राम से जुड़ी स्थलों का विकास हो सके.

किसानों को जल्द मिलेगा मुआवजाजिलाधिकारी बस्ती आंद्रा वामसी ने बताया कि शासन निर्देश पर अयोध्या से जुड़ी बस्ती जनपद के पौराणिक और सांस्कृतिक स्थलों का विकास होना है, जिसमें हजारों किसानों की भूमि भी प्राभावित हो रही है. ज्यादा किसानों को उनके भूमि का मुआवजा दिया जा चुका है और लगभग 5 सौ किसानों का मुआवजा दिया जाना बाकी है तो जिन किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है ऐसे किसानो से आग्रह है की वो जल्द से जल्द अपने कागजों को दुरुस्त कराकर सम्बन्धित तहसील में मुहैया कराए और अगर कुछ दिक्कत होती है तो नोडल अधिकारी से बात करके अपनी समस्याओं का समाधान करवा सकतें हैं.
.Tags: Basti news, Local18, Uttar pradesh newsFIRST PUBLISHED : September 17, 2023, 18:31 IST



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