Ashwagandha Ke Fayde Indian Winter Cherry Health Advantages In Hindi Horse Smell From Plant roots | जिस पौधे की जड़ों से आती है घोड़े जैसी गंध, वो बीमारियों का कैसे बन जाता है काल?

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Ashwagandha Ke Fayde Indian Winter Cherry Health Advantages In Hindi Horse Smell From Plant roots | जिस पौधे की जड़ों से आती है घोड़े जैसी गंध, वो बीमारियों का कैसे बन जाता है काल?



Ashwagandha Ke Fayde: आयुर्वेद में अश्वगंधा को बेहतरीन औषधि का दर्जा हासिल है. इसे ‘इंडियन विंटर चेरी’ के नाम से भी जाना जाता है, जो तन और मन के लिए वरदान है. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय के मुताबिक, अश्वगंधा स्ट्रेस को कम करने, एनर्जी बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मददगार है. आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल सदियों से फिजिकल और मेंटल हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए किया जाता रहा है.
सालोंभर उगता है ये पौधाअश्वगंधा, जिसका लैटिन नाम विथानिया सोम्नीफेरा (Withania somnifera) है, एक छोटी बारहमासी झाड़ी है, जिसमें सफेद फूल और नारंगी-लाल बेरी होती हैं. इसकी जड़ों से घोड़े जैसी गंध आने के कारण इसे अश्वगंधा नाम मिला. ये पौधा भारत, मिडिस ईस्ट और अफ्रीका में पाया जाता है.
इम्यूनिटी होती है बूस्टभारत सरकार के आयुष मंत्रालय के मुताबिक, “अश्वगंधा एक मेडिसिनल प्लांट है. हेल्थ बेनेफिट्स के लिए आयुर्वेद में इसका इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है. ये तनाव को कम करने के साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. अश्वगंधा को इंडियन विंटर चेरी के नाम से भी जाना जाता है; ये एनर्जी को बढ़ाने के साथ स्ट्रेस को कम करने में मददगार है. अश्वगंधा का पाउडर शरीर और मन को जबरदस्त फायदे पहुंचाती है. इसे सही तरीके से और नियमित सेवन से कई लाभ मिलते हैं.”
मेंटल पीस के लिए अच्छाआयुर्वेदाचार्यों के अनुसार, अश्वगंधा का नियमित और सही तरीके से सेवन मानसिक शांति, शारीरिक बल और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. आयुर्वेदिक विशेषज्ञों का कहना है कि अश्वगंधा का पाउडर डायबिटीज को कंट्रोल करने, गले की खराश दूर करने और डाइजेशन को दुरुस्त रखने में कारगर है. ये हड्डियों की सेहत के लिए भी अच्छा है.
कैसे करें सेवन?एक्सपर्ट बताते हैं कि दूध में अश्वगंधा पाउडर मिलाकर पीने से इसके फायदे और बढ़ जाते हैं. स्वाद के लिए इसमें गुड़ या शहद मिलाया जा सकता है. बदलते मौसम में सर्दी-जुकाम से राहत के लिए अश्वगंधा पाउडर को चाय में मिलाने की सलाह दी जाती है. इसके लिए एक कप पानी में आधा चम्मच अश्वगंधा चूर्ण, अदरक और तुलसी डालकर 5 मिनट तक उबालें, फिर छानकर पिएं. इससे न सिर्फ सर्दी-जुकाम में राहत मिलती है, बल्कि तनाव भी कम होता है.
एक्सपर्ट की लें सलाहहालांकि, आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श के बिना अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि सही मात्रा और तरीके से इसका यूज मैक्सिमम बेनिफिट्स देता है. बदलते मौसम में इम्यूनिटी बढ़ाने और स्ट्रेस से आजादी के लिए अश्वगंधा एक कुदरती और असरदार उपाय है.
(इनपुट-आईएएनएस)
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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