India vs England 4th Test: मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ मैच से भारत के तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके टीम इंडिया में जगह बनाई है. अंशुल की शुरुआत अच्छी नहीं हुई और वह मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड की पारी में थोड़े महंगे साबित हुए. उन्हें सिर्फ एक सफलता ही मिली. अपने शुरुआती से वह खुश नहीं हैं और बेहतर प्रदर्शन का वादा किया है.
बॉलिंग से संतुष्ट नहीं
अंशुल कंबोज ने स्वीकार किया कि वह अपनी गेंदबाजी से संतुष्ट नहीं हैं और आगे इसमें सुधार की कोशिश करेंगे. घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करने वाले कंबोज भारत के 318वें टेस्ट खिलाड़ी बने हैं. उन्होंने चोटिल आकाश दीप की जगह ली है, जो कमर की चोट से जूझ रहे हैं. अंशुल ने ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट को 94 रन पर आउट करके भारत को अहम सफलता दिलाई.
अंशुल ने क्या कहा?
कंबोज ने जियो हॉटस्टार पर कहा, ”इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पहला विकेट लेने के बाद मुझे अच्छा लगा. मेरा ध्यान सही जगह पर गेंद डालने पर था. शुरू से ही यही मेरी एक योजना थी. कुछ ओवर में गेंदें अच्छी हुई, कुछ में नहीं. सच कहूं तो मैं अभी भी अपनी गेंदबाजी से पूरी तरह संतुष्ट नहीं हूं. मैं शुक्रवार को सुधार करने और बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा.”
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अंशुल के पास अब ये प्लान
तीसरे दिन से पहले अपनी गेंदबाजी योजनाओं और दृष्टिकोण के बारे में इस तेज गेंदबाज ने कहा, ”मैंने अपने पहले दो स्पैल में अधिक प्रयास करने की कोशिश की. तीसरे स्पैल में मैंने अपनी ताकत पर ध्यान केंद्रित किया और अपनी गेंदबाजी पर टिके रहने पर ध्यान केंद्रित किया. हम फिर से अच्छी गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के बल्लेबाजों को जल्द से जल्द आउट करने की कोशिश करेंगे. हम कोशिश करेंगे कि उन्हें ज्यादा रन न दिया जाए, क्योंकि वे सिंगल लेने के बजाय चौके मारने पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित करते दिखते हैं.
बुमराह-सिराज का मिला साथ
कंबोज ने भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के साथ गेंदबाजी करने के अनुभव को भी साझा किया. उन्होंने कहा, ”मुझे जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज से बहुत कुछ सीखने को मिलता है. यह देखना कि वे अलग-अलग परिस्थितियों में क्या करते हैं और यह समझना कि क्या करने की जरूरत है. हम लगातार एक-दूसरे से बात करते हैं और यह सब परिस्थितियों और मैच के परिदृश्य के अनुसार खुद को ढालने के बारे में है.”
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FAQ:
1. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत कब हुई?उत्तर- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत 2019 में हुई. इसका एक चक्र दो सालों का होता है. पहला चक्र 2019 से 2023 तक का था.
2. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अब तक कौन-कौन सी टीम चैंपियन बनी?उत्तर- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में अब तक न्यूजीलैंड (2021), ऑस्ट्रेलिया (2023) और साउथ अफ्रीका (2025) की टीमें विजेता बनी हैं.
3. भारत कब-कब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचा?उत्तर- भारतीय टीम तीन वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के चक्र में दो बार फाइनल में पहुंची. उसे 2021 में न्यूजीलैंड और 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा.