वाराणसी में अन्नकूट का उत्सव: काशी विश्वनाथ मंदिर में 56 व्यंजनों से सजाया गया दरबार
वाराणसी, उत्तर प्रदेश। दिवाली के महोत्सव का चौथा पर्व अन्नकूट होता है। इस खास दिन काशी के मंदिरों में खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। ‘नाथों के नाथ’ बाबा विश्वनाथ के दरबार में भी अलग-अलग व्यंजनों से उनके मन्दिर को सजाया गया है। इस खूबसूरत नजारे के दीदार के लिए देशभर से श्रद्धालु आज काशी आते हैं।
वाराणसी के सभी मंदिरों में अन्नकूट का महोत्सव धूम धाम से मनाया जाता है, लेकिन काशी विश्वनाथ मंदिर और अन्नपूर्णा मंदिर में आज का नजारा बेहद खास होता है। काशी विश्वनाथ मंदिर में आज 56 व्यंजनों से बाबा का दरबार को सजाया गया है। बनारसी पान, अलग-अलग तरह के लड्डू, काजू कतली जैसी मिठाइयों की ढेरों वैरायटी से पूरे मन्दिर को आकर्षण ढंग से सजाया गया है। इसके अलावा बाबा के गर्भगृह के बाहर लड्डुओं से गोवर्धन पर्वत भी बनाया गया है।
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि 21 क्विंटल मिठाई से बाबा का आज विशेष श्रृंगार किया गया है। इसके अलावा खूबसूरत फूलों से उनके दरबार को भी सजाया गया है। आज बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में भक्तों को महादेव के पंचबदन रजत प्रतिमा के भी दर्शन होंगे। फिर कल से इस प्रसाद को भक्तों में वितरित किया जाएगा।
अन्नपूर्णा मंदिर में 108 किलो का भोग
वाराणसी के अन्नपूर्णा मंदिर में भी 108 तरह से ज्यादा व्यंजनों का भोग लगाया गया है। इनमें मिठाइयों के साथ कच्चे पक्के अनाज और कई अन्य व्यंजन भी शामिल रहे हैं। बताते चलें कि अन्नपूर्णा मंदिर में आज रात 11 बजे तक ही स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन होंगे। उसके बाद देवी के कपाट को 1 साल के लिए बंद कर दिया जाएगा। आंकड़ों के मुताबिक, 5 दिनों में करीब 5 लाख से ज्यादा भक्तों ने देवी का खजाना प्राप्त किया है।
सिर्फ अन्नपूर्णा मंदिर नहीं बल्कि दुर्गाकुंड स्थित दुर्गा मंदिर, बड़ा गणेश, धर्मसंघ के मणि मंदिर सहित सभी छोटे बड़े मंदिरों में अन्नकूट का उत्सव मनाया गया है।