वजन घटाना आसान नहीं है, खासकर तब जब आप लंबे समय तक इसे बनाए रखने की कोशिश कर रहे हों. अक्सर लोग हफ्तों और महीनों की मेहनत के बाद भी वांछित परिणाम नहीं पाते और निराश होकर प्रयास करना ही छोड़ देते हैं. हालांकि, रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने अपनी जबरदस्त फिटनेस ट्रांसफॉर्मेशन से हर किसी को चौंका दिया था.
एक समय पर अपने ज्यादा वजन के कारण चर्चा में रहने वाले अनंत ने कड़ी मेहनत और कड़े नियम के दम पर खुद को फिट किया. उनकी वेट लॉस जर्नी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन गई. अब उनके पर्सनल ट्रेनर ने विनोद चन्ना ने वजन घटाने के चार बेहतरीन टिप्स बताए हैं. उनका मानना है कि सही गाइडेंस, अनुशासन और व्यायाम तकनीक अपनाकर आप तेजी से वजन घटा सकते हैं. आइए जानें उनके बारे में.
1. दूसरों के प्लान को फॉलो करना छोड़ेंविनोद चन्ना के अनुसार, सबसे बड़ी गलती जो लोग करते हैं वह है दूसरों का डाइट प्लान या वर्कआउट रूटीन फॉलो करना. इंटरनेट या किसी अन्य सोर्स से मिला डाइट या एक्सरसाइज प्लान आपकी बॉडी टाइप और जरूरत के हिसाब से सही नहीं हो सकता. हर व्यक्ति का मेटाबॉलिज्म और फिटनेस लेवल अलग होता है. इसलिए खुद के लिए एक पर्सनलाइज्ड प्लान बनाएं.
2. अच्छे ट्रेनर में करें निवेशविनोद चन्ना का कहना है कि सही ट्रेनर की मदद लेना बेहद जरूरी है. वे बताते हैं कि एक अनुभवी और प्रोफेशनल ट्रेनर आपकी बॉडी टाइप, सही फॉर्म, रेंज ऑफ मोशन और एक्सरसाइज की इंटेंसिटी को समझते हुए आपका मार्गदर्शन करेगा. इससे आपकी मसल्स को नुकसान नहीं होगा और आप प्रभावी ढंग से फैट लॉस कर पाएंगे. उनका कहना है कि सही ट्रेनर में इन्वेस्ट करना भले ही महंगा लगे, लेकिन यह आपकी फिटनेस जर्नी को आसान और सेफ बनाएगा.
3. चीट मील पर रखें नजरलोग अक्सर सोचते हैं कि हफ्ते में एक बार चीट मील लेने से फर्क नहीं पड़ेगा, लेकिन चन्ना के अनुसार यह एक गलतफहमी है. वे कहते हैं कि कुछ लोग 4-5 दिन तक डाइट फॉलो करते हैं और फिर चीट मील लेते हैं, जिससे पूरे हफ्ते की मेहनत बेकार हो जाती है. चीट मील लेने का निर्णय आपकी बॉडी फैट पर निर्भर करता है. यदि आपका बॉडी फैट अधिक है, तो हर हफ्ते चीट मील लेना नुकसानदायक हो सकता है. इसे 15 दिनों में एक बार करें.
4. खुद को चैलेंज करेंविनोद चन्ना बताते हैं कि लोग अक्सर अपने कम्फर्ट जोन में रहकर एक्सरसाइज करते हैं, जिससे वर्कआउट का असर कम हो जाता है. उनका कहना है कि अपने वर्कआउट की इंटेंसिटी को बढ़ाएं और खुद को चैलेंज करें. सही फॉर्म और रेंज ऑफ मोशन को अपनाएं, ताकि आपका वर्कआउट प्रभावी हो और इंजरी का खतरा भी कम हो.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.