हाइलाइट्समहिला मरीज की मौत के बाद अमेठी के संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त संजय गांधी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त होने के बाद सियासत तेज, कांग्रेस हमलावर अमेठी. उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक बार फिर सियासत तेज हो गई है. इस बार सियासत का केंद्र है अमेठी का संजय गांधी अस्पताल जिसका लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है. दरअसल, बीते 14 सितंबर को अस्पताल में ऑपरेशन कराने आई महिला की मौत के मामले में स्वास्थ्य विभाग की तरफ से अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है. इसके बाद अब इस अस्पताल पर सियासत भी गर्म हो गई. अस्पताल बंद होने के मामले पर एक दिन पहले जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किशोरी लाल शर्मा ने अमेठी पहुचंकर सरकार पर निशाना साधा था, वहीं बुधवार को जिला काग्रेंस कमेटी ने इसी अस्पताल के मामले को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा. जिला अध्यक्ष और कांग्रेस के पूर्व एमएलसी सहित सैकड़ों की संख्या में काग्रेंसियो ने विरोध प्रदर्शन किया और अमेठी डीएम राकेश कुमार मिश्र को ज्ञापन सौंपा.

उधर यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर निवेदन किया है कि अमेठी के संजय गांधी अस्पताल के पंजीकरण रद्द किए जाने का आदेश निरस्त किया जाए. उन्होंने लिखा है कि एक मरीज के विषय के विपरीत संज्ञान लेकर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन रद्द करना उचित नहीं है. अमेठी के संजय गांधी अस्पताल में लाखों लोगों का इलाज होता है. संजय गांधी अस्पताल निम्न दरों पर उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराता है और अमेठी क्षेत्र के स्वास्थ्य सेवाओं की लाइफ लाइन है. हमें विश्वास है कि मुख्यमंत्री के निर्देशो से अमेठी की जनता व संजय गांधी अस्पताल के साथ अन्याय नहीं होगा.

उधर अमेठी में विरोध प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस के पूर्व एमएलसी  दीपक सिंह ने कहा कि अस्पताल को बंद करना बिल्कुल ठीक नहीं है. अगर कोई संस्थागत व्यक्ति हो और वह संविधान की शपथ ले तो उसे संविधान के दायरे में रहकर काम करना चाहिए. उन्होंने सांसद स्मृति ईरानी पर निशाना साधने के साथ ही स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति कई बार विधायक रहा, कानून मंत्री रहा हो उसे तो सांसद स्मृति ईरानी के इशारे पर काम नहीं करना चाहिए. फिर विभाग के मंत्री हैं. सीएमओ का ट्रांसफर नहीं कर पाते हैं. छापा मारते थे और कुछ नहीं होता था. आज डेंगू से पूरे प्रदेश के हालात खराब है. अस्पताल में मरीजों को बेड नहीं मिल पा रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्री  सुविधा को ठीक नहीं कर पा रहे हैं और यहां चिंटू की तरह अस्पताल बंद करने चले आए. संजय गांधी अस्पताल का भी उदाहरण है कि लाखों लोगों ने उस अस्पताल में मुफ्त इलाज कराया. आज अस्पताल बंद होनें के बाद सारे लोग इसकी आलोचना कर रहे. हजारों परिवारों का रोजगार चला गया.
.Tags: Amethi news, UP latest newsFIRST PUBLISHED : September 21, 2023, 09:04 IST



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