अमेठी में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बड़ा कदम उठाया गया है. जिले के भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में जल्द ही पहला 25 मीटर शूटिंग रेंज तैयार किया जाएगा. डीएम संजय चौहान ने निरीक्षण के बाद निर्माण कार्य को 15 दिनों में पूरा करने के निर्देश दिए हैं. शूटिंग रेंज के बन जाने से अमेठी के निशानेबाजों को अपने हुनर को निखारने और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा.
अमेठी जिला प्रशासन ने खेल को बढ़ावा देने और खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए एक सराहनीय कदम उठाया है. अमेठी जिले के इकलौते भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में जिले का पहला शूटिंग रेंज बनाया जा रहा है. इससे जिले के निशानेबाजों को शूटिंग के क्षेत्र में बेहतर सुविधा और अवसर मिलेंगे.
अमेठी जिला प्रशासन ने जिलाधिकारी के निरीक्षण के बाद तैयारी शुरू कर दी है. डीएम संजय चौहान ने शूटिंग रेंज को 15 दिनों के भीतर तैयार करने के निर्देश दिए हैं. यह जिले का पहला शूटिंग रेंज होगा, जहां निशानेबाज अपनी प्रतिभा को और निखार सकेंगे तथा बड़े स्तर पर अपने हुनर का प्रदर्शन कर सकेंगे.
डीएम ने खेल प्रोत्साहन समिति की बैठक के बाद भीमराव अंबेडकर स्टेडियम का निरीक्षण किया और 25 मीटर शूटिंग रेंज के निर्माण के निर्देश दिए. इस निर्माण कार्य की जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता शैलेंद्र कुमार को सौंपी गई है. डीएम ने कहा कि निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए. 25 मीटर की परिधि में यह शूटिंग रेंज तैयार किया जाएगा.
डीएम ने बताया कि बैठक में खिलाड़ियों, कोचों और आयोजकों को आमंत्रित किया गया था. खिलाड़ियों ने जिले में शूटिंग रेंज की कमी को बड़ी समस्या के रूप में बताया था. कहा कि जिले में कई अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हैं जो गांवों में बने अस्थायी रेंजों पर अभ्यास करने को मजबूर हैं. इससे उनकी प्रतिभा को सही दिशा नहीं मिल पाती. इसलिए प्रशासन ने जिले में एक बेहतर शूटिंग रेंज स्थापित करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने बताया कि जनवरी में एक बड़ी प्रतियोगिता होने की संभावना है. इसलिए खिलाड़ियों को अभ्यास का अवसर देने के लिए यह रेंज जल्द तैयार किया जा रहा है. डीएम ने कहा, ‘शूटिंग ही नहीं, बल्कि हर खेल के प्रति मेरी गहरी रुचि है. खिलाड़ियों की समस्याओं को दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा.’
वहीं, अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटर रुचि सिंह ने इस पहल पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि उनकी डीएम से मुलाकात हुई थी, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया. उन्होंने बताया, ‘जब मैं तैयारी कर रही थी, तब जिले में कोई शूटिंग रेंज नहीं था. काफी संघर्षों और बाधाओं के बावजूद मैंने अभ्यास जारी रखा. अब यह देखकर बेहद खुशी हो रही है कि आने वाले खिलाड़ियों को वह अवसर मिलेगा जो हमें नहीं मिल सका. इसके लिए मैं जिला प्रशासन की आभारी हूं.’
इस पहल से अमेठी के निशानेबाजों को अपने हुनर को निखारने और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा.

