आज की दुनिया में हम जिस हवा में सांस लेते हैं, जो खाना खाते हैं और जो पानी पीते हैं, उसमें माइक्रोप्लास्टिक मौजूद है. प्लास्टिक के ये छोटे कण हमारे शरीर में जाकर जमा हो जाते हैं और धीरे-धीरे कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं. हालांकि, इनसे छुटकारा पाया जा सकता है और इसके लिए आपको किसी दवा या सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ेगी. अमेरिका के मशहूर फंक्शनल मेडिसिन एक्सपर्ट डॉ. डेबेएस ने हाल ही में एक वीडियो में शरीर से माइक्रोप्लास्टिक को निकालने के चार नेचुरल तरीके बताए हैं. उन्होंने कहा कि अगर आप कुछ जरूरी पोषक तत्वों और आदतों को अपनी लाइफस्टाइल में शामिल कर लें, तो शरीर खुद ही इन जहरीले कणों से छुटकारा पाने लगेगा.1. गट बैरियर को बनाएं मजबूत
डॉ. डेबेएस का कहना है कि माइक्रोप्लास्टिक के शरीर में जाने से रोकने के लिए सबसे जरूरी है आंतों की सुरक्षा. इसके लिए कोलेजन, बोन ब्रॉथ, ग्लूटामिन और जिंक कार्नोसिन का सेवन करना चाहिए. ये पदार्थ आंतों की दीवार को मजबूत बनाते हैं और शरीर में टॉक्सिन्स के प्रवेश को रोकते हैं.
2. डाइट में घुलनशील फाइबर शामिल करें
उन्होंने बताया कि चिया सीड्स, अलसी (फ्लैक्ससीड), इन्यूलिन और सायलियम हस्क जैसे फाइबर माइक्रोप्लास्टिक को बांधते हैं और मल के रास्ते शरीर से बाहर निकाल देते हैं. ये फाइबर डेली डाइट में शामिल करने चाहिए, ताकि डिटॉक्स नेचुरल तरीके से हो सके.
3. पानी पीना और एक्टिव रहना है जरूरी
डॉ. डेबेएस के अनुसार, गुनगुने नींबू पानी से दिन की शुरुआत करें. यह किडनी को डिटॉक्स करने में मदद करता है. इसके अलावा ड्राय ब्रशिंग और रिबाउंडिंग (मिनी ट्रैम्पोलिन पर कूदना) जैसे एक्टिविटी से लिम्फेटिक सिस्टम एक्टिव होता है और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं.
4. ग्लूटाथायोन बढ़ाएं
ग्लूटाथायोन शरीर का नेचुरल डिटॉक्स एजेंट है. इसे बढ़ाने के लिए लहसुन, ब्रोकली और देसी अंडे जैसे सल्फर रिच फूड खाएं. चाहें तो ग्लूटाथायोन सप्लीमेंट्स भी डॉक्टर की सलाह से ले सकते हैं. डॉ. डेबेएस के ये टिप्स न सिर्फ माइक्रोप्लास्टिक से बचने में मदद करेंगे, बल्कि आपकी ओवरऑल हेल्थ को भी बेहतर बनाएंगे.
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