अमित सिंह, प्रयागराज. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में कथित यौन उत्पीड़न के तीनों आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा कार्रवाई न किए जाने पर एक बार फिर छात्रों द्वारा कुलपति दफ्तर पर पुतला फूंका गया. जहां छात्रों की ओर से कहा गया कि विश्वविद्यालय प्रशासन प्रोफेसर को बचाने का काम कर रहा है. महिला असिस्टेंट प्रोफेसर को न्याय दिलाने के लिए विद्यार्थी आखिरी दम तक आवाज उठाएंगे.छात्र नेता अजय यादव ने कहा कि यौन शोषण एससी एसटी एक्ट आरोपी प्रोफेसरों के कुकृत्य से छात्रों में व्यापक आक्रोश है. आक्रोशित छात्रों ने छात्रसंघ भवन पर आरोपी प्रोफेसर मनमोहन कृष्णा, जावेद अख्तर, प्रहलाद कुमार और इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति का पुतला लेकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय परिसर में भ्रमण किया गया. उसके बाद छात्रों ने कुलपति दफ्तर पर जाकर तीनों आरोपियों का पुतला फूंक कर विरोध दर्ज कराया.आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांगछात्रों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को कई बार ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया गया कि इन तीनों आरोपी प्रोफेसरों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई थी. इस क्रम में इन्हें विश्वविद्यालय परिसर में पूर्ण रूप से बैन करने की मांग भी थी. विद्यार्थियों की मांग है कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नीति आयोग के चेयर पर्सन मनमोहन कृष्णा को तत्काल प्रभाव से पद मुक्त किया जाए और विश्वविद्यालय में पूर्ण रूप से प्रवेश बैन किया जाए. वर्तमान कार्यरत प्रोफेसर जावेद अख्तर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए. उन्हें इकोनॉमिक्स विभाग के कोऑर्डिनेटर पद से तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए.छात्रों का कहना है किजब तक न्यायालय से इनको दोषमुक्त नहीं किया जाता तब तक यह कोई भी कक्षाएं विश्वविद्यालय में न लेने दिया जाए. लेकिन इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति एक प्रताड़ित महिला की सुरक्षा का ख्याल न करके उस महिला को न्याय न करके इन तीनों आरोपी प्रोफेसरों को बचाने में लगी हैं. जिससे छात्रों में व्यापक आक्रोश व्याप्त हैब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|FIRST PUBLISHED : May 13, 2023, 19:00 IST
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