Last Updated:July 23, 2025, 10:58 ISTMasjid Meeting News: मस्जिद मीटिंग को लेकर अखिलेश यादव चारों ओर से घिर गए हैं. हालांकि अखिलेश यादव ने भी पलटवार किया है.मस्जिद मीटिंग पर घिरे अखिलेश यादव.हाइलाइट्समस्जिद मीटिंग पर राजनीति में बवाल.अखिलेश यादव ने भी किया पलटवारबीजेपी ने अखिलेश यादव को बताया नमाजवादी.लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजनीति में मस्जिद मीटिंग की एंट्री हो गई है. एक तरफ जहां समाजवादी पार्टी इसे आस्था से जोड़ रही है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को नमाजवादी बता रही है. वहीं बीजेपी के आरोपों का पलटवार करते हुए बुधवार को अखिलेश यादव ने लोकसभा में दाखिल होते वक्त जवाब देते हुए कहा, ‘मैं आप सब से , जो ये धार्मिक लोग हैं मेरे बगल में खड़े हैं. मुझे नहीं पता था कि आप लोग मिल लेंगे मुझे, आप लोगों से मुलाकात करने पर ऐसा सवाल आएगा. मैं केवल इतना जानता हूं, की आस्था जोड़ती है. किस भी धर्म की आस्था हो, वो आस्था जोड़ती है और जो आस्था जोड़ने का काम करती है. हम उसके साथ हैं. बीजेपी को यही तकलीफ है की कोई जुड़े नहीं, दूरियां बनीं रहे, तो आस्था जोड़ने का काम करती है और इसलिए हम लोग हर आस्था पर आस्था रखते हैं.’
संसद भवन के बगल वाली मस्जिद में मीटिंग
दरअसल, मंगलवार को मानसून सत्र के दौरान अखिलेश यादव लोकसभा पहुंचे थे. जहां उन्होंने संसद परिसर में मौजूद मस्जिद में पार्टी के नेताओं के साथ मीटिंग की. संसद भवन के बगल में स्थित मस्जिद में सपा नेताओं के साथ बैठे पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की तस्वीर सामने आई थी, जिसे लेकर बीजेपी ने घेरना शुरू कर दिया. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने तस्वीर जारी कर आरोप लगाया है कि अखिलेश यादव ने इस मस्जिद को सपा कार्यालय बना दिया है. इसको लेकर बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने आपत्ति जताई है. साथ ही इसके खिलाफ विरोध करने का ऐलान किया है.
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने शेयर की तस्वीरबीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा ने तस्वीर शेयर करते हुए कहा था कि संसद भवन की मस्जिद में समाजवादी पार्टी की बैठक अखिलेश यादव की मौजूदगी में संपन्न हुई. तस्वीर में आप देख सकते हैं कि कई सपा सांसद उनके साथ मौजूद हैं. इस तस्वीर में रामपुर के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी भी मौजूद हैं, जो इस मस्जिद में इमाम हैं. उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव को नमाजवादी बताया है.
गिरिराज सिंह ने अखिलेश यादव पर बोला हमलावहीं उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने अखिलेश यादव के इस बैठक का विरोध किया है. वक्फ बोर्ड ने अखिलेश यादव से माफी मांगने को कहा है. केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने इस पूरे मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अखिलेश यादव मुसलमानों के सबसे बड़े हिमायती बनने की होड़ में हैं. सभी विपक्षी दल इसी होड़ में लगे हैं. छांगुर पर इनकी ज़ुबान क्यों नहीं खुलती. हिंदू धर्म पर इनकी ज़ुबान क्यों नहीं खुलती. ये दुर्भाग्यपूर्ण है.Prashant RaiPrashant Rai is a seasoned journalist with over seven years of extensive experience in the media industry. Having honed his skills at some of the most respected news outlets, including ETV Bharat, Amar Ujala, a…और पढ़ेंPrashant Rai is a seasoned journalist with over seven years of extensive experience in the media industry. Having honed his skills at some of the most respected news outlets, including ETV Bharat, Amar Ujala, a… और पढ़ेंhomeuttar-pradeshअखिलेश यादव नमाजवादी… मस्जिद मीटिंग पॉलिटिक्स पर घिरे टीपू भईया