सर्दियों में शरीर को गर्म रखना और पाचन को सुधारना आसान नहीं होता है. ऐसे में रसोई में मौजूद घरेलू मसाले प्राकृतिक औषधि का काम करते हैं, जिनमें अजवाइन सबसे प्रभावी मानी जाती है. जब अजवाइन को गर्म पानी के साथ पिया जाता है, तो यह शरीर को अंदर से मजबूत बनाकर कई रोग दूर करती है. सर्दियों में तला-भुना और भारी भोजन अधिक खाया जाता है, जिससे पेट फूलना, गैस और अपच जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. अजवाइन में थाइमोल पाया जाता है, जो पाचन एंजाइम को सक्रिय कर भोजन को आसानी से पचाने में मदद करता है. रात के भोजन के बाद एक गिलास गर्म पानी में चुटकीभर अजवाइन मिलाकर पीने से पाचन बेहतर रहता है. अजवाइन और गर्म पानी का मिलन उन लोगों के लिए बहुत लाभकारी है, जो गैस, एसिडिटी और पेट दर्द की समस्या से परेशान रहते हैं. यह पेट में जमा गैस को प्राकृतिक तरीके से बाहर निकालकर आंतों की गति को सामान्य बनाते हैं. इसके रोजाना सेवन से पेट हल्का और सुबह की समस्या भी कंट्रोल रहती है.
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय नगर बलिया की पांच साल अनुभवी चिकित्साधिकारी डॉ. वंदना तिवारी बताती हैं कि ठंड बढ़ते ही सर्दी-जुकाम और खांसी आम होने लगती है. इसमें अजवाइन शरीर को गर्माहट और बलगम को ढीला करती है. अजवाइन को पानी में उबालकर सिप-सिप करके पीने या इसकी भाप लेने से बड़ी राहत मिलती है. यह नुस्खा बच्चों और बड़ों दोनों के लिए सुरक्षित है. अजवाइन में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो गले की सूजन को कम करने में लाभकारी होते हैं. लगातार खांसी, गले में जलन और कफ जमने पर गर्म अजवाइन पानी का सेवन काफी राहत देता है. ठंडी हवा के संपर्क से होने वाली जलन में भी इसका असर तुरंत अनुभव होता है. सर्दियों में भूख भी बढ़ जाती है, इसी से वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है. ऐसे में अजवाइन और गर्म पानी एक प्राकृतिक वेट लॉस ड्रिंक की तरह काम करता है. यह मेटाबॉलिज्म तेज कर शरीर में मौजूद अतिरिक्त फैट को जलाने में सहायक है. सुबह खाली पेट इसका रोजाना सेवन से वजन कंट्रोल किया जा सकता है. अजवाइन को रातभर पानी में भिगोकर रख देना चाहिए और सुबह उबालकर पीना लाभकारी होता है. रात में खाने के बाद गर्म पानी के साथ एक चुटकी अजवाइन लेना भी अच्छा माना जाता है. नियमित लेकिन नियंत्रित मात्रा में इसका सेवन शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाता है. अगर किसी गंभीर रोग से ग्रस्त हो, तो आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श जरूर लें, वरना ये हानिकारक भी हो सकता है.

