IND vs ENG Test Series: भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज के आगाज में लगभग हफ्तेभर का वक्त रह गया है. 5 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला 20 जून से हेडिंग्ले में खेला जाएगा. रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट से संन्यास लेने के बाद शुभमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया है, जबकि ऋषभ पंत को उप-कप्तान बनाया गया. ऑस्ट्रेलिया दौरे की तुलना में इस टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में काफी बदलाव देखने को मिले हैं. कई युवा खिलाड़ियों को मौका मिला है, जिसमें साई सुदर्शन और अर्शदीप सिंह शामिल हैं. जाहिर है टीम को दौरे पर रोहित और विराट की कमी खलने वाली है. दो ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं, जिन्हें अगर सेलेक्टर्स इस दौरे के लिए टीम में शामिल करते तो वह रोहित-विराट की कमी पूरी कर सकते थे.
20 जून से शुरू होगी सीरीज
इंग्लैंड दौरे की शुरुआत भारतीय टीम 20 जून से शुरू होने वाले पहले टेस्ट मैच के साथ करेगी. 20-24 जून के बीच यह मुकाबला हेडिंग्ले, लीड्स में खेला जाएगा. इसके बारे दूसरे मैच के लिए टीमें एजबेस्टन, बर्मिंघम जाएंगी, जहां 2-6 जुलाई के बीच भिड़ंत होगी. तीसरा टेस्ट 10-14 जुलाई तक लॉर्ड्स, लंदन में होगा. चौथे मैच का वेन्यू ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर है. यह मैच 23-27 जुलाई के बीच होगा. सीरीज का आखिरी और 5वां मुकाबला द ओवल, लंदन में 31 जुलाई-4 अगस्त तक खेला जाएगा.
ये दो खिलाड़ी पूरी कर सकते थे रोहित-विराट की कमी
चूंकि, रोहित शर्मा और विराट कोहली दोनों ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. ऐसे में अगर अजिंक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा इंग्लैंड दौरे पर टीम इंडिया में होते तो निश्चित रूप से कुछ मायनों में टीम को उनकी कमी महसूस नहीं होती. रहाणे और पुजारा दोनों ही लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं और इंग्लैंड जैसे मुश्किल दौरे पर विदेशी परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने का काफी अनुभव रखते हैं. उनकी खासियत धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करना और लंबी पारियां खेलना है, जो खासकर इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों में बहुत महत्वपूर्ण होता है. इतना ही नहीं, रहाणे और पुजारा ने कई बार मुश्किल परिस्थितियों में भारतीय पारी को संभाला है और दबाव को झेलने की क्षमता रखते हैं. उनकी मौजूदगी से युवा बल्लेबाजों को भी सहारा मिलता.
दोनों को इंग्लैंड में खेलने का अनुभव
पुजारा और रहाणे दोनों को इंग्लैंड में 16-16 टेस्ट मैच खेलने का अनुभव है. पुजारा ने इन मुकाबलों में 870 रन बनाए हैं. इस दौरान एक शतक, 5 अर्धशतक भी लगाए. उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 132 रन रहा है. उन्होंने इंग्लैंड में 29 की औसत और 38.32 की स्ट्राइक रेट से यह रन बनाए हैं. वहीं, बात करें रहाणे की तो उन्होंने 16 टेस्ट मैचों में 864 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने एक शतक और 6 अर्धशतक भी जमाए. रहाणे ने 28.80 की औसत और 44.74 की स्ट्राइक रेट से बैटिंग की, जिसमें उनका बेस्ट स्कोर 103 रन रहा.
करुण नायर को लेनी होगी जिम्मेदारी
मौजूदा स्क्वॉड की बात करें तो 8 साल बाद टेस्ट टीम में लौटे करुण नायर से मैनेजमेंट को अच्छे प्रदर्शन को उम्मीद होगी, जो मिडिल ऑर्डर में बैटिंग करते नजर आएंगे. उन्हें चार नंबर-5 पर भेजा जा सकता है. नायर ने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ दोहरा शतक जमकर अपनी शानदार फॉर्म का परिचय भी दिया. उनके अलावा युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन को तीन नंबर पर उतारा जा सकता है. कप्तान शुभमन गिल का रोल भी अहम रहने वाला है, जो मिडिल ऑर्डर में टीम को मजबूती देने की कोशिश करेंगे.