नई दिल्ली: ऐश बार्टी ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में शनिवार को डेनियल कोलिन्स को 6-3, 7-6 से हराकर मेजबान देश का यहां महिला एकल खिताब का 44 साल का इंतजार खत्म किया. शीर्ष वरीयता प्राप्त बार्टी को पहला सेट जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई. उन्होंने इस सेट को एक सर्विस ब्रेक के साथ जीता लेकिन दूसरे सेट के दूसरे और छठे गेम में सर्विस गंवाने के बाद वह 1-5 से पिछड़ गई थी. अमेरिका की 27वीं वरीयता प्राप्त कोलिन्स के पास इस सेट को जीतने का दो मौके थे लेकिन दोनों बार उसकी सर्विस टूट गई.
बार्टी ने रचा इतिहास
बार्टी ने इस दौरान वापसी करते हुए अगले छह में से पांच गेम जीतकर स्कोर को 6-6 से बराबर किया और फिर टाईब्रेकर में भी 28 साल की खिलाड़ी के खिलाफ अपना दबदबा कायम रखा. बार्टी 1980 में वेंडी टर्नबुल के बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन के एकल फाइनल में पहुंचने वाली एकल वर्ग में पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला बनी थी. वह 1978 में क्रिस ओ’नील के बाद पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला चैंपियन हैं.
जीता तीसरा ग्रैंड स्लैम
इस खिलाड़ी का यह तीसरा प्रमुख खिताब है. उन्होंने यह तीनों खिताब तीन अलग-अलग सतहों पर जीते है. वह इस हार्ड कोर्ट पर जीत से पहले पिछले साल विंबलडन में घास के कोर्ट पर और 2019 में फ्रेंच ओपन में क्ले कोर्ट पर चैम्पियन बनीं थी. चैम्पियन बनने के बाद बार्टी ने कहा, ‘यह मेरे लिए सपने के सच होने जैसा है. मुझे ऑस्ट्रेलियाई होने पर गर्व है.’ बार्टी ने कोच, सहयोगी टीम के सदस्यों , परिवार , आयोजकों और प्रशंसकों को शुक्रिया करते हुए कहा, ‘मैं अविश्वसनीय रूप से भाग्यशाली और लड़की हूं जिसे इतना प्यार मिला है.’
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गंवाया सिर्फ एक सेट
पूरे टूर्नामेंट के दौरान 25 साल की बार्टी का दबदबा बरकरार रहा और उन्होंने इस दौरान सिर्फ एक सेट गंवाया. कोलिन्स चौथी अमेरिकी खिलाड़ी थी जिन्हें बार्टी ने पिछले चार मैचों में शिकस्त दी. उन्होंने इससे पहले अमांडा अनिसिमोवा (प्री-क्वार्टर फाइनल), जेसिका पेगुला (क्वार्टर फाइनल) और 2017 की यूएस ओपन की उपविजेता मैडिसन कीज (सेमीफाइनल) को हराया था. कोविड-19 महामारी के कारण टिकट बिक्री पर लागू प्रतिबंधों के बाद भी ‘रॉड लावेर अरेना’ में बड़ी संख्या में दर्शकों की मौजूदगी से बार्टी को फायदा हुआ.
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