Last Updated:May 30, 2025, 19:31 ISTAmritpani organic pesticide: आजकल लोग फसलों की पैदावार बढ़ाने के लिए कई रसायनों का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ऐसा तरीका है जिसके इस्तेमाल से फसलों की पैदावार को नैचुरल तरीके से बढ़ाया जा सकता है. इसका नाम है अमृत…और पढ़ें अमृतपानी को बनाने के लिए विभिन्न सामग्री की जरूरत पड़ती है, जिसमें गोमूत्र, बेसन, बरगद, गुड़ या नीम के नीचे की मिट्टी आदि सामग्री को मिलाकर अमृतपानी बनाया जाता है और फिर इसका खेतों में फसलों के ऊपर छिड़काव किया जाता है, जिसके छिड़काव से फसलें तेजी से वृद्धि करती हैं. इसके इस्तेमाल से रसायन की आवश्यकता नहीं पड़ती हैं. बहराइच जिले के रहने वाले किसान जगन्नाथ प्रसाद मौर्य पिछले कई सालों से इसका इस्तेमाल करके अच्छी पैदावार उठाते आ रहे हैं. अमृत पानी बनाने के लिए आपको सबसे पहले इन सामग्रियों की आवश्यकता पड़ती है, जिसमें गुड़-1 कि.ग्रा.,ताजा गोबर 10 कि. ग्रा., नीम के पेड़ के नीचे की मिट्टी 1 कि. ग्रा.,पानी-10 लीटर, गोमूत्र 1 लीटर और एक बड़ा मटका. एक बड़े मटके में 10 लीटर पानी डाल के फिर गोबर, गुड़, गोमूत्र, पेड़ के नीचे की मिट्टी डाल कर अच्छी तरह से डंडे की सहायता से मिला लें. इसे अच्छी तरह मिलाने के बाद मटके के मुंह को सूती कपड़े से बांध कर ढक दें और मटके को छायेदार जगह पर 10 दिनों के लिए रख दें. 10 दिनों के बाद अमृतपानी तैयार हो जाएगा. इस अमृतपानी को 100 लिटर पानी के साथ मिलाकर एक एकड़ खेत में छिड़काव करें. ये अच्छी जैविक कीटनाशक की तरह कार्य करता है. फसलों में लगने वाले रोग को नष्ट कर देता है. इसके प्रयोग से फसल की पैदावार बढ़ती है. रासायनिक न होने की वजह से फसलों को खाने वाले जानवरों पर भी इसका नुकसान नहीं होता है. अमृतपानी का उपयोग करके पिछले कई सालों से बहराइच जिले के किसान जगन्नाथ प्रसाद मौर्य फसलों की अच्छी पैदावार लेते आ रहे हैं, अन्य किसान भाई भी इसका उपयोग करके लागत कम और मुनाफा बढ़ा सकते हैं.homeagricultureअमृतपानी से लहलहा उठेगी फसल, जैविक कीटनाशक की तरह करेगा काम; जानें विधि