Last Updated:June 01, 2025, 10:17 ISTफर्रुखाबाद के किसान जैविक खेती से मेथी, पालक, टमाटर, खीरा आदि उगाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. केमिकल मुक्त खेती से लागत कम हुई और फसलें नवीन मंडी में आसानी से बिक रही हैं. किसान बताते हैं कि अन्य गांवों की तुलन…और पढ़ेंX
खेत में मेथी की कटिंग करते किसानहाइलाइट्सकिसानों ने जैविक खेती से अच्छी कमाई की.मेथी और पालक की खेती से मुनाफा हो रहा है.रोगमुक्त खेती से लागत कम और बिक्री बढ़ी.सत्यम कटियार/फर्रुखाबाद. पारंपरिक खेती छोड़ जिले के किसानों ने जैविक खेती शुरू कर अच्छी कमाई कर रहे हैं. कई साल से किसान सब्जियों और फलों की खेती कर रहे हैं. वे हर साल अपने खेतों में मौसमी सब्जियों की खेती करते हैं, जिसमें मुख्य रूप से मेथी और पालक की खेती सीजन के अनुसार की जाती है, जिससे उन्हें अच्छा खासा मुनाफा हो रहा है.
फर्रुखाबाद के उस्मानगंज के प्रगतिशील किसान बताते हैं कि अन्य गांवों की तुलना में यहां के किसानों की प्रतिदिन की आय अच्छी होती है. तैयार होने वाली फसल को वे सुबह ही पास स्थित नवीन मंडी में बेच देते हैं, जिससे समय की बचत होती है. वहीं मंडी में आने वाले खरीदार भी जैविक फसल ही खरीदना पसंद करते हैं, जिससे बिक्री अच्छी होती है और मुनाफा भी नजर आ रहा है. आलू में हो रहे नुकसान के कारण अब गांव के कई लोग सब्जियों पर आधारित खेती कर रहे हैं.
किसान कर रहे रोगमुक्त खेती किसान दीप सिंह ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से किसानों को केमिकल मुक्त खेती की जानकारी देने के बाद, गांव के किसानों ने जैविक खेती अपनाई है. इससे उनकी लागत कम हुई है और दवा के अत्यधिक छिड़काव से भी बचा गया है. इस तरह की रोगमुक्त खेती ने इस गांव के किसानों को एक अलग पहचान दिलाई है, और आसपास के किसान भी इस तरीके को सीख रहे हैं. वे अब सब्जी की खेती में किसी भी रसायनिक कीटनाशक का उपयोग नहीं करते, बल्कि केवल स्थानीय खाद और किसानों से प्राप्त प्राकृतिक खाद का उपयोग करते हैं. खेती का सारा काम खुद करने से उनका खर्च भी कम हो जाता है.
इन फसलों को भी करते हैं तैयारड्रिप सिंचाई की मदद से किसान अपने खेतों में टमाटर, बैगन, खीरा, लौकी, खरबूजा, प्याज, कद्दू, पत्ता गोभी, भिंडी, आलू, मूंगफली, कपास, गन्ना, गुलाब, बेला, नींबू, संतरा, पपीता, अमरूद और केला की सफलतापूर्वक खेती कर रहे हैं.
Location :Farrukhabad,Uttar Pradeshhomeagricultureकमाई का जब कोई रास्ता न सूझे तो करें इस फसल की बुआई, कम लागत में बढ़ाएं मुनाफा