Last Updated:December 12, 2025, 21:47 ISTBahraich Latest News : बहराइच में पिछले वर्ष 13 अक्टूबर 2024 की सांप्रदायिक हिंसा किसी से छिपी नही है, जिसमे एक बूढ़े मां-बाप ने अपने जवान बेटे को खो दिया. एक ब्याहता विधवा हो गई. इसके बाद बहराइच के महाराजगंज में आक्रोशित भीड़ ने कई दुकान और मकान को आग के हवाले कर दिया. बवाल इतना बढ़ा की इंटरनेट जैसी सेवाएं भी बंद करनी पड़ गई बाहर से एक्स्ट्रा फोर्स मंगवानी पड़ी.बहराइच: उत्तर प्रदेश में बहराइच के महाराजगंज में 13 अक्टूबर 2024 को हुई सांप्रदायिक हिंसा में जवान रामगोपाल मिश्रा की हत्या ने पूरे शहर को दहला दिया था. एक तरफ बूढ़े मां-बाप ने अपना बेटा खोया. दूसरी ओर एक पत्नी विधवा हो गई. हिंसा ने जिले में आगजनी. तनाव और इंटरनेट बंदी जैसी स्थिति पैदा कर दी. 13 माह 26 दिनों बाद कोर्ट के फैसले ने पीड़ित परिवार को न्याय की उम्मीद दी है. मुख्य आरोपी सरफराज को फांसी और नौ अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.
सांप्रदायिक हिंसा का काला दिन, रामगोपाल की मौत से भड़का बवालमहाराजगंज में पिछले वर्ष हुई सांप्रदायिक हिंसा किसी से छिपी नहीं है. रामगोपाल मिश्रा की हत्या के बाद शहर में तनाव फैल गया. पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर वालों को सौंपा गया. परिजन सीधा महसी तहसील पहुंचे. वहां गुस्साई भीड़ ने कई दुकानों. अस्पताल. मोटरसाइकिल एजेंसी और मकानों को आग के हवाले कर दिया. हालात इतने बिगड़े कि बाहर से अतिरिक्त फोर्स मंगवानी पड़ी और इंटरनेट सेवा तक बंद करनी पड़ी.
13 माह की कानूनी लड़ाई, 10 दोषी करार और मुख्य आरोपी को फांसीपुलिस और न्यायालय ने इस केस में बेहद तेजी दिखाई. महज 13 माह 26 दिनों में फैसले ने पीड़ित परिवार को राहत दी. कोर्ट ने 10 लोगों को दोषी करार देते हुए नौ को आजीवन कारावास और मुख्य आरोपी सरफराज उर्फ रिंकू को फांसी की सजा सुनाई. आजीवन कारावास पाने वालों में अब्दुल हमीद. फहीम. तालिब. सैफ अली. जावेद. ज़ीशान उर्फ राजा. शोएब. ननकऊ और मारूफ़ अली शामिल हैं. वहीं खुर्शीद. शकील और अफजल को दोषमुक्त किया गया है.
बूढ़े मां-बाप की आंखों में आंसू, फैसले पर सीएम योगी को धन्यवादलोकल 18 टीम जब फैसला आने के बाद रामगोपाल के घर पहुंची तो माहौल भावुक था. बूढ़े पिता कैलाश नाथ बीमार बिस्तर पर लेटे हुए थे और बेटे की याद में डूबे थे. उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला न्यायपूर्ण है और इससे उनके बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी. साथ ही उन्होंने सीएम योगी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह चाहते हैं यह फैसला बरकरार रहे ताकि सच में न्याय पूरा हो सके.
मौत के बाद भड़का आक्रोश, शहर ने सहा बड़ा नुकसानरामगोपाल की मौत ने पूरे इलाके में आक्रोश की लहर पैदा कर दी थी. भीड़ हिंसक हो गई और कई संपत्तियां जलकर खाक हो गईं. एडीजी अमिताभ व्यास ने खुद मौके पर जाकर हालात काबू में किए. लेकिन तब तक महाराजगंज को भारी नुकसान झेलना पड़ा. इस बवाल की छाया महीनों तक शहर के माहौल में महसूस की गई.
न्याय से मिली आशा, परिवार को मिला संबलफैसले ने न केवल पीड़ित परिवार को राहत दी है. बल्कि समाज में न्याय की ताकत का संदेश भी दिया है. परिवार का कहना है कि बेटा तो वापस नहीं आएगा. लेकिन न्याय की यह जीत उनके घावों पर मरहम है.Location :Bahraich,Uttar PradeshFirst Published :December 12, 2025, 21:02 ISThomeuttar-pradeshकोर्ट की सख्ती, नौ दोषियों को उम्रकैद, सरफराज उर्फ रिंकू को मिली मौत की सजा

