इतिहासकार राजेश शर्मा ने बताया कि संदलखान में बाजार बनी इफ्तेगार मंजिल खूबसूरत इमारत है. यह मुगलों के जामाने की कोठी है. इसमें बरामदे के साथ अंदर एक बड़ा ड्रॉइंगरूम है और बहुत बड़ा आंगन है. इस इमारत में बेल्जियम का शीशा लगा है और इटालियन मार्बल पर नक्काशी इसकी खूबसूरती को बढ़ाने का काम कर रहा है.
123-year-old clock gifted by Lord Curzon to Golden Temple restored
CHANDIGARH: The 123-year-old manual clock, which was gifted to the Golden Temple by Lord Curzon, who was the…

