Sports

अच्छे प्रदर्शन के बावजूद टीम इंडिया से बाहर हुआ ये धुरंधर, कोहली ने ले लिया बलिदान



नई दिल्ली: साउथ अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार को केपटाउन में खेले जा रहे तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन से एक धुरंधर खिलाड़ी को अच्छे प्रदर्शन के बावजूद बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. इस खिलाड़ी को कप्तान विराट कोहली के लिए बलिदान देना पड़ा, क्योंकि कोहली को अगर प्लेइंग इलेवन (Playing 11) में शामिल होना था, तो किसी एक बल्लेबाज को अपनी कुर्बानी देनी ही थी. लेकिन इस खिलाड़ी को चेतेश्वर पुजारा या अजिंक्य रहाणे में से किसी एक को प्लेइंग इलेवन (Playing 11) से OUT करके टीम इंडिया से बाहर होने से बचाया जा सकता था.
बदकिस्मत निकला ये खिलाड़ी
ये बदकिस्मत खिलाड़ी और कोई नहीं बल्कि टीम इंडिया के बल्लेबाज हनुमा विहारी हैं, जिन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में अच्छे प्रदर्शन का बहुत महंगा इनाम दिया गया. हनुमा विहारी ने शायद ही सोचा होगा कि अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन से बाहर होना पड़ेगा. हनुमा विहारी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 40 रनों की अनमोल पारी खेली थी. इस पिच पर 40 रन बनाना भी शतक के बराबर था. 
कोहली के लिए देना पड़ा बलिदान
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे पिछले एक साल से बेहद खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं. लेकिन इसके बावजूद उन्हें अधिक से अधिक मौके दिए जा रहे हैं. हालांकि इसके बावजूद चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे लगातार फ्लॉप हो रहे हैं. केपटाउन के न्यूलैंड्स में मंगलवार को तीन मैचों की सीरीज का आखिरी और निर्णायक टेस्ट में भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया. सीरीज फिलहाल 1-1 के बराबरी पर है. भारत इस मैच को जीतकर पहली बार अफ्रीका जमीन पर सीरीज जीतना चाहेगा, जबकि दक्षिण अफ्रीका की टीम भी पिछले मैच की गति को बनाए रखना चाहेगी.
नंबर 3 पर प्रबल दावेदार
हनुमा विहारी के रिकॉर्ड देखें तो उन्हें नंबर 3 पर चेतेश्वर पुजारा की जगह पर प्रबल दावेदार माना जा रहा है. टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज हनुमा विहारी अक्सर टीम की प्लेइंग इलेवन से अंदर-बाहर होते रहते हैं. टीम इंडिया चेतेश्वर पुजारा की जगह हनुमा विहारी को नंबर 3 पर मौका दे सकती है. 28 साल के हनुमा विहारी ने 13 टेस्ट मैचों में 34.02 की औसत से 684 रन बनाए हैं. टेस्ट स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा के बल्ले से रनों का सूखा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. चेतेश्वर पुजारा की खराब फॉर्म को देखकर ऐसा लगता है कि इनका टेस्ट करियर अब खत्म होने की कगार पर है. 
इंजेक्शन लेकर टीम के लिए दी थी कुर्बानी
हनुमा विहारी ने पिछले साल जनवरी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट मैच में घायल होने के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को धराशाई कर दिया. सिडनी टेस्ट में कंगारू टीम मुकाबला जीतने की कगार पर थी, लेकिन हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) दीवार की तरह खड़े रहे और मुकाबला ड्रॉ कराया. हनुमा विहारी (Hanuma Vihari) ने एक  वेबसाइट पर दिए गए इंटरव्यू में बताया था कि उन्होंने इंजेक्शन लेने के बाद खेला था. उन्होंने कहा, ‘मैंने दर्द निवारक (पेन किलर) इंजेक्शन लिया था और मेरे पैर में टेप भी बंधी हुई थी. मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था कि मुझे अपनी टीम के लिए खड़े रहना है. मैंने सोच लिया था कि मुझे हर हाल में करीब तीन घंटे बल्लेबाजी करनी है’. 
ऐसा लगा जैसे एक पैर ही नहीं है
विहारी ने कहा, ‘टी ब्रेक के दौरान मैंने इंजेक्शन लिया था. इसके बाद मुझे दर्द तो महसूस नहीं हो रहा था, लेकिन दाहिने पैर में कमजोरी जरूर लग रही थी. मुझे अपना दाहिना पैर बिल्कुल भी महसूस नहीं हो रहा था. इतनी पेन किलर लेने के बाद मुझे दर्द तो नहीं हो रहा था, लेकिन मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरा एक पैर ही नहीं है’.
उन्होंने कहा, ‘”मैं जानता था कि वहां मेरी सीरीज का अंत हो गया है. मुझे पता था कि यह कोई क्रैंप या छोटी मोटी चोट नहीं है. मैं जानता था कि मैंने अपनी हैमस्ट्रिंग को फाड़ दिया था. क्योंकि मैंने पहले भी ऐसा किया है. मैं चल या दौड़ नहीं सकता था’. बता दें कि विहारी (Hanuma Vihari) ने सिडनी टेस्ट में 161 गेंदो में नाबाद 23 रनों की पारी खेली.



Source link

You Missed

After Operation Sindoor, terror groups JeM, Hizbul shift bases from PoK to Khyber Pakhtunkhwa: Intel sources
Top StoriesSep 20, 2025

ऑपरेशन सिंदूर के बाद, आतंकवादी समूह जेएम, हिजबुल पीओके से खैबर पख्तूनख्वा में शिफ्ट हो गए: खुफिया स्रोत

पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद और ज्यूआई ने किया सामूहिक भर्ती अभियान भारत ने पाहलगाम आतंकवादी हमले के जवाब में…

authorimg
Uttar PradeshSep 20, 2025

18 साल की उम्र में, 8.2 फीट की ऊंचाई के साथ, जन्म के समय ही बना वर्ल्ड रिकॉर्ड, मिलिए करण सिंह से…मां-पिता भी हैं ‘लंबे’

मुजफ्फरनगर में दिखा भारत का सबसे लंबा युवक उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में उस वक्त लोगों की भीड़…

Scroll to Top