गाजियाबाद में दिशा पाटनी के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों बदमाशों को यूपी और दिल्ली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया गया. घटना के बाद बरेली स्थित उनके घर की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है. अब घर के बाहर 4 सब-इंस्पेक्टर और 24 सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात हैं।
दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर फायरिंग करने वाले दो बदमाश रविंद्र और अरुण मुठभेड़ में मारे गए हैं. यह मुठभेड़ गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी में हुई है. यूपी एसटीएफ, दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल और हरियाणा एसटीएफ ने मिलकर इस संयुक्त ऑपरेशन को बुधवार देर शाम अंजाम दिया.
रविंद्र (रोहतक) और अरुण (सोनीपत) के मारे जाने के बाद दिशा पाटनी के बरेली स्थित आवास की सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है. गली के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक बड़ा गेट लगाया गया है, और चार सब-इंस्पेक्टरों के साथ करीब दो दर्जन सशस्त्र पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. गली में आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गहन जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
गोल्डी बराड़ गैंग ने ली थी जिम्मेदारी इस दौरान आधा दर्जन से अधिक गोलियां चलाई गईं. घटना की रिपोर्ट जगदीश पाटनी ने कोतवाली थाने में दर्ज कराई, जिसके बाद सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए और जांच तेज कर दी गई थी. खास बात यह है कि इस फायरिंग की जिम्मेदारी कुख्यात गोल्डी बराड़ गैंग के नाम से ली गई थी. इस मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं दिशा पाटनी के पिता से बात की और उन्हें पूरी सुरक्षा का भरोसा दिया.
दिशा पाटनी के घर की बढ़ाई गई सुरक्षा जांच की जिम्मेदारी यूपी पुलिस के तेज़-तर्रार अधिकारी ADG अमिताभ यश को सौंपी गई. इसके बाद दिल्ली और यूपी पुलिस के संयुक्त अभियान में दोनों बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया. जैसे ही यह खबर बरेली पहुंची, दिशा पाटनी के घर की सुरक्षा को और मजबूत कर दिया गया. हालांकि, जगदीश पाटनी ने पहले ही प्रदेश सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर संतोष जताया था.