Is It Safe to invest in Property now: अगर आप घर या जमीन खरीदने का मन बना रहे हैं तो प्रॉपर्टी में निवेश आपको जबर्दस्त मुनाफा दे सकता है.आने वाले दिनों में प्रॉपर्टी सोना उगलेगी. ऐसा हम नहीं हाल ही में रियल एस्टेट सेक्टर से जुड़ी ताजा रिपोर्ट कह रही है. नाइट फ्रैंक इंडिया और एनएआरईडीसीओ द्वारा जारी अप्रैल-जून 2025 तिमाही में देश का रियल एस्टेट सेंटीमेंट इंडेक्स 54 से बढ़कर 56 हो गया है. यह इस साल की पहली तिमाही से दो अंक ऊपर है, जो प्रॉपर्टी में बढ़ते भरोसे को को दिखा रहा है.
इतना ही नहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि प्रॉपर्टी का ‘फ्यूचर सेंटीमेंट स्कोर’ भी 56 से बढ़कर 61 तक पहुंच गया है, जो अगले 6 महीनों में सेक्टर में और भी मजबूती की उम्मीद को दर्शा रहा है. ऐसे में अभी अगर आप अपने लिए घर या जमीन खरीदने में पैसा लगाते हैं तो आने वाले 6 महीनों में ही आपको बेहतर रिटर्न मिलने की उम्मीद है.
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इस रिपोर्ट के अनुसार प्रॉपर्टी को लेकर डेवलपर्स का भरोसा भी तेजी से लौटा है. पहली तिमाही में जहां उनका फ्यूचर स्कोर 53 था, वहीं दूसरी तिमाही में यह बढ़कर 63 हो गया है. ऐसे में डेवलपर्स नए नए प्रोजेक्ट्स लाने की तैयारी में जुट गए हैं. रिपोर्ट कहती है कि ब्याज दरों में कमी, वित्तीय परिस्थितियों में सुधार और हाई-एंड घरों की बढ़ती मांग ने इस सकारात्मक माहौल को बनाया है. बैंक, एनबीएफसी और प्राइवेट इक्विटी फंड जैसे अन्य हितधारकों का नजरिया भी इस तिमाही में पहले से बेहतर हुआ है.
सभी चारों क्षेत्रों में दिखा सुधाररिपोर्ट में देश के चारों प्रमुख क्षेत्रों में सेंटीमेंट इंडेक्स में सुधार देखने को मिला है:क्षेत्र पिछली तिमाही अप्रैल-जून 2025उत्तर भारत 48 55पश्चिम भारत 58 61दक्षिण भारत 58 63पूर्व भारत 61 61 (स्थिर)
प्रीमियम सेगमेंट में बनी हुई है मजबूत मांग
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 1 करोड़ रुपये से ऊपर के प्रीमियम और लग्जरी घरों की डिमांड लगातार बनी हुई है. इस वजह से डेवलपर्स अब चुनिंदा लोकेशन और हाई-रिटर्न वाले इलाकों पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं. दूसरी ओर, 94 फीसदी हितधारकों का मानना है कि आने वाले समय में घरों की कीमतें या तो स्थिर रहेंगी या और बढ़ेंगी.
क्या कहते हैं डेवलपर्स?
एमआरजी ग्रुप के एमडी रजत गोयल कहते हैं, ‘पिछले कुछ वर्षों में हमने देखा कि रियल एस्टेट सेक्टर में लोगों की प्राथमिकताएं तेजी से बदली हैं. अब लोग सिर्फ एक छत नहीं, बल्कि एक बेहतर जीवनशैली, सुविधाएं और सुरक्षित माहौल चाहते हैं. यही कारण है कि प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट में लगातार डिमांड बनी हुई है.
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वहीं एक्सेंशिया इंफ्रा के डायरेक्टर मनित सेठी कहते हैं कि रेडी-टू-मूव और प्रीमियम प्रोजेक्ट्स की मांग लगातार बढ़ रही है. ब्याज दरों में स्थिरता और मजबूत आर्थिक माहौल ने इस ट्रेंड को और मजबूती दी है.आने वाले समय में रियल एस्टेट एक सुरक्षित और समझदारी भरा निवेश बना रहेगा.
होम एंड सोल की चेयरपर्सन साक्षी कटियाल मानती हैं कि कोविड के बाद से खरीदारों का रुझान साफ तौर पर क्वालिटी, लोकेशन और सुविधाओं की ओर शिफ्ट हुआ है. अब वे ऐसे घरों की तलाश में हैं जो सिर्फ रहने की जगह न हों, बल्कि एक संपूर्ण जीवन अनुभव दे सकें.
जबकि मिहिर झा, हेड सेल्स , बेटर चॉइस रियलटर प्राइवेट लिमिटेड कहते हैं कि रियल एस्टेट सेक्टर के लिए यह रिपोर्ट एक पॉजिटिव संकेत है.आरबीआई की नीतियों, घटती ब्याज दरों और मजबूत आर्थिक आधार ने सेक्टर को आगे बढ़ने का मौका दिया है. यह समय उन लोगों के लिए सही है जो भविष्य को देखते हुए निवेश करना चाहते हैं.
गौरतलब है कि लोग अब छोटे शहरों से निकलकर बेहतर कनेक्टिविटी, सुरक्षा और ब्रांडेड डेवलपर्स की तरफ रुख कर रहे हैं. सेक्टर में जो पॉजिटिव सेंटीमेंट बना है, वह सिर्फ आर्थिक कारणों से नहीं, बल्कि बेहतर प्रोजेक्ट्स की डिलीवरी और ग्राहकों को दी जा रही सुविधाओं की वजह से है सेंटीमेंट इंडेक्स में लगातार हो रहा सुधार यह दिखाता है कि आने वाले वक्त में प्रॉपर्टी एक बेहतर निवेश विकल्प बनकर उभर सकती है.