उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी और प्रेरणादायक पहल की गई है. विकासखंड छपिया के ग्राम सभा संगवा के प्राथमिक विद्यालय में पहली बार मॉडर्न कंप्यूटर लैब शुरू की गई है. यह कदम इसलिए खास है, क्योंकि अब छोटे-छोटे बच्चे भी कम उम्र में ही कंप्यूटर चलाना सीख रहे हैं और डिजिटल शिक्षा का लाभ उठा रहे हैं.
इस मॉडर्न कंप्यूटर लैब की विशेषता यह है कि इसमें सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. लैब को पूरी तरह से आधुनिक तरीके से तैयार किया गया है, जहाँ बच्चों के लिए छोटे साइज़ की टेबल-चेयर, सुरक्षित वायरिंग, प्रोजेक्टर, इंटरनेट और मल्टीमीडिया सिस्टम भी लगाए गए हैं. बच्चों की उम्र को ध्यान में रखते हुए कंप्यूटर सिस्टम भी ऐसे लगाए गए हैं जिससे वे आसानी से स्क्रीन देख सकें और की-बोर्ड चला सकें.
संगवा के प्रधान अवनीश कुमार सिंह ने बताया कि पहले बच्चों को डिजिटल शिक्षा का कोई मौका नहीं मिल पाता था. स्कूल में कंप्यूटर तो थे नहीं, जिस वजह से बच्चे सिर्फ किताबों से ही पढ़ाई करते थे. लेकिन आधुनिक कंप्यूटर लैब बनने के बाद हालात पूरी तरह बदल गए हैं.
अवनीश कुमार सिंह बताते हैं कि बच्चे बड़ी उत्सुकता के साथ कंप्यूटर क्लास में शामिल हो रहे हैं. कई बच्चों ने तो खुद से कंप्यूटर में चित्र बनाना, अक्षर लिखना भी सीख लिया है. इससे बच्चों की सीखने की क्षमता और आत्मविश्वास दोनों तेजी से बढ़ रहा है.
कंप्यूटर लैब शुरू होने के बाद स्कूल में बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ी है. पहले जहाँ बच्चे सामान्य कक्षाओं में कम रुचि लेते थे, अब कंप्यूटर क्लास के लिए समय से पहले स्कूल आ जाते हैं. शिक्षकों का कहना है कि डिजिटल तरीके से पढ़ाई करने से बच्चे आसानी से समझते हैं. वीडियो के जरिए विज्ञान और गणित के कठिन टॉपिक भी बच्चों को जल्दी समझ आने लगे हैं. खेल-खेल में सिखाने वाले सॉफ्टवेयर बच्चों को सीखने के लिए प्रेरित करते हैं.
प्रधान और शिक्षकों ने बताया कि भविष्य में इस लैब में और भी कंप्यूटर जोड़ने की योजना है। साथ ही बच्चों को टाइपिंग बेसिक इंटरनेट उपयोग डिजिटल चित्रकला शिक्षा से जुड़े मोबाइल ऐप का उपयोग जैसी चीजें भी सिखाई जाएँगी.
गोंडा के संगवा प्राथमिक विद्यालय में शुरू हुई यह कंप्यूटर लैब ग्रामीण शिक्षा में नई क्रांति का उदाहरण बन रही है. छोटे बच्चों को आधुनिक तकनीक से जोड़ने का यह प्रयोग आने वाले समय में उन्हें अधिक आत्मनिर्भर और स्मार्ट बनाएगा. यह पहल न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणादायक कदम है.

