आशीष त्यागी/बागपत. बागपत में कुछ किसान कम निकासी होने के चलते गन्ने से दूरी बनाते नजर आते हैं. जिसके चलते किसानों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. परंपरागत खेती को छोड़ना किसानों के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो रहा है, लेकिन अब ऐसे में वैज्ञानिकों ने गन्ने की बुवाई के साथ निकासी का एक मंत्र किसानों को दिया है, जिससे किसानों की उत्पादन क्षमता इतनी बढ़ेगी कि किसान फिर अपनी परंपरागत खेती गन्ने को उगाकर अच्छा खासा मुनाफा कमा सकेंगे.

कृषि वैज्ञानिक विकास कुमार ने बताया कि किसान परंपरागत खेती से दूर जाते हैं. उसका एक मुख्य कारण है कि निकासी कम होती है. अब इसी को बढ़ाने के लिए किसानो को ट्रेंच विधि से गन्ना उगाना होगा. ट्रेंच विधि द्वारा उगाए गए गन्ने की निकासी बहुत अच्छी होती है और कीट गन्ने को कोई नुकसान नहीं पहुंचाते. जिससे किसानों की निकासी अच्छी होने के साथ-साथ किसानों को मुनाफा भी अच्छा मिलता है. साइंटिस्ट विकास कुमार ने बताया कि अक्सर किसान 2 फुट की दूरी पर गन्ने की बुआई करते हैं, जो ट्रेंच विधि में नहीं आती और गन्ने की निकासी भी कम होती है.

क्या है गन्ना उगाने की ट्रेंच विधिट्रेंच विधि में गन्ने को 30 से 40 इंच के दूरी पर गन्ने के लिए ट्रैक्टर और लेजर खुड निकाल कर इसकी बुवाई करें और प्रत्येक वर्ष गन्ने की नस्ल को बदलकर खेत में बुवाई करें. जिससे किसानों के गन्ने में ना तो कीट लगेगा और गन्ने की निकासी बहुत अच्छी होगी. ट्रेंच विधि में गन्ने में दूरी होती है जिससे गन्ने के बीचो-बीच हवा और धूप आसानी से लगती है, जिससे गन्ना फूलता है. उसकी पैदावार अच्छी होती है और कीट से भी निजात मिलती है. यह विधि किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है.

समय पर कीटनाशक का करें छिड़काव​​​​​किसानों को गन्ने पर पूरी तरह से ध्यान देना चाहिए. अगर किसी भी तरह का कीट गन्ने में नजर आता है, तो उस पर तुरंत दवाई का छिड़काव करें. जिससे गन्ने को खराब होने से बचाया जा सके. वहींं कैल्शियम पोटाश मैग्नीशियम व अन्य दवाइयां को जमीन पर डालें, जिससे खेतों की क्षमता बढ़े और गन्ना अधिक मात्रा में निकासी हो सके.
.Tags: Farming, Local18, Sugarcane FarmerFIRST PUBLISHED : November 24, 2023, 16:20 IST



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