गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले की एक छोटी सी छात्रा नव्या ने ऐसा कारनामा कर दिखाया है, जिसे जानकर हर कोई हैरान है. महज सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली नव्या ने एक ऐसा यंत्र (डिवाइस) तैयार किया है, जो सोलर पैनल की चोरी रोकने में मदद करेगा. इस यंत्र की खास बात यह है कि जैसे ही कोई चोर सोलर पैनल को छूता है, यह तेज आवाज में अलार्म बजाने लगता है. इसके साथ ही इसमें GPS ट्रैकर भी लगाया गया है, जिससे पैनल की लोकेशन ट्रैक की जा सकती है.
कैसे आया आइडिया
लोकल 18 से बातचीत के दौरान नव्या बताती है कि गोंडा जिले के प्राथमिक विद्यालय दलीपपुरवा की छात्रा है. उन्होंने बताया कि उनके घर की छत पर एक सोलर पैनल लगाया गया था, लेकिन कुछ समय पहले वह पैनल चोरी हो गया, जिससे उन्हें काफी दुख और परेशानी हुई. उसी घटना से प्रेरणा लेकर उन्होंने यह यंत्र तैयार किया ताकि आगे ऐसी घटना फिर किसी के साथ न हो.
कैसे काम करता है डिवाइस?
नव्या ने इस यंत्र को एंटी थेफ्ट डिवाइस नाम दिया है. इसे सोलर पैनल के साथ जोड़ा जाता है. जब कोई व्यक्ति पैनल को छूता है या हटाने की कोशिश करता है, तो यह डिवाइस तुरंत तेज आवाज में अलार्म बजाना शुरू कर देता है. इससे घर के लोग या आसपास के लोग सतर्क हो जाते हैं और चोर भाग नहीं पाता.
जीपीएस ट्रेकर भी लगा है
यदि किसी कारणवश अलार्म की आवाज सुनाई नहीं देती, तो चिंता की बात नहीं है. नव्या ने इस डिवाइस में GPS ट्रैकर भी लगाया है, जिससे मोबाइल या कंप्यूटर से यह पता लगाया जा सकता है कि आपका सोलर पैनल इस समय कहां मौजूद है.
कितने दिन में तैयार हुआ डिवाइस
नव्या बताती है कि डिवाइस तैयार करने में लगभग 2 दिन लगे हैं उन्होंने बताया कि इस डिवाइस को तैयार करने में 6 से 7 हजार रुपए का खर्च आया है.
छोटी उम्र, बड़ी सोच
नव्या ने बताया कि विज्ञान उनका पसंदीदा विषय है और वह हमेशा कुछ नया करने की सोचती रहती हैं. उन्होंने इस यंत्र को बनाने के लिए स्कूल के शिक्षकों और अपने परिवार से प्रेरणा ली. नव्या का सपना है कि वह आगे चलकर एक वैज्ञानिक बने और देश के लिए ऐसे ही उपयोगी उपकरण बनाए.
लोग कर रहे हैं तारीफ
नव्या की इस उपलब्धि की चर्चा अब पूरे गांव और जिले में हो रही है। स्कूल के शिक्षक, गांव वाले और जिला प्रशासन भी नव्या की सराहना कर रहे हैं. सभी का कहना है कि छोटी सी उम्र में ऐसा बड़ा काम कर दिखाना वाकई प्रेरणादायक है.
क्या है सोच
नव्या कहती हैं अगर कोई चीज़ चोरी हो जाए तो हम केवल दुखी न हों, बल्कि ऐसा कुछ बनाएं या करें जिससे आगे फिर वो नुकसान न हो. पढ़ाई के साथ-साथ नया सोचना और कुछ बनाना भी ज़रूरी है.
शिक्षक मनीष वर्मा बताते हैं कि नव्या का यह प्रोजेक्ट एस्पायर अवार्ड के लिए भेजा और इसका प्रोजेक्ट एक्सपायर अवार्ड में सिलेक्ट हुआ और नव्या को 10 हजार रुपए से पुरस्कृत भी किया गया.