ग्रेटर नोएडा में शुरू हुआ दृष्टिबाधित खिलाड़ियों का क्रिकेट महाकुंभ
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी स्टेडियम में दृष्टिबाधित खिलाड़ियों का एक महीने लंबा क्रिकेट टूर्नामेंट शुरू हो गया है. देश के 25 प्रतिभाशाली खिलाड़ी इस विशेष टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें कई स्टेट और नेशनल लेवल के खिलाड़ी शामिल हैं. टूर्नामेंट का मुख्य आकर्षण दृष्टिबाधित युवाओं के बीच खेला जा रहा विशेष क्रिकेट मैच है, जिसमें खिलाड़ी अपने खेल से साबित कर रहे हैं कि जज्बा दिखाई नहीं देता, महसूस होता है।
यह खेल प्रतियोगिता अपने 13वें संस्करण में है, और हर साल की तरह इस बार भी भव्य अंदाज में शुरू हुई है. टूर्नामेंट में क्रिकेट के अलावा बैडमिंटन, टेबल टेनिस और अन्य इंडोर-आउटडोर खेलों में 40 टीमें भाग लेंगी, जिसमें 26 प्रतिशत खिलाड़ी महिलाएं हैं. ग्रेटर नोएडा वेस्ट के गौर सिटी स्टेडियम में आयोजित इस टूर्नामेंट में देशभर के 25 दृष्टिबाधित खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें कई स्टेट और नेशनल लेवल के खिलाड़ी शामिल हैं।
खिलाड़ी राजकुमार, जो 2008 से लगातार खेल रहे हैं और बिहार टीम से स्टेट लेवल तक हिस्सा ले चुके हैं, बताते हैं कि बिना दृष्टि के भी मैदान पर दबाव उतना ही होता है जितना किसी साधारण खिलाड़ी पर. गेंद में मौजूद छोटे-छोटे छर्रे उन्हें दिशा का अंदाजा देते हैं और पूरा खेल उनकी सुनने की क्षमता पर आधारित होता है. राजकुमार को इस बार IPL की ब्लाइंड टीम ने 27 हजार रुपए में खरीदा है.
वहीं, खिलाड़ी धर्मपाल बताते हैं कि पहले यह खेल अनौपचारिक रूप से खेला जाता था, लेकिन कुछ साल पहले BCCI से आधिकारिक मान्यता मिलने के बाद अब वे स्टेट और नेशनल लेवल पर कंपटीशन में हिस्सा लेते हैं. फरवरी 2026 में होने वाले IPL में भी वे शामिल होंगे, जिसके लिए वे अभी से जमकर अभ्यास कर रहे हैं. उनका कहना है, ‘हम आंखों से नहीं, कानों से खेलते हैं और हमारा विजन वहीं से बनता है.’
विभिन्न खेलों में 40 टीमें लेंगी हिस्सा
इस विशेष क्रिकेट टूर्नामेंट में जहां देशभर के 25 दृष्टिबाधित खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, वहीं कंपनी के 1800 से अधिक कर्मचारी भी आने वाले दिनों में बैडमिंटन, टेबल टेनिस और कई इंडोर व आउटडोर गेम्स में भाग लेंगे. कई खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है.
स्पार्क मिंडा के एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट एवं ग्रुप हेड (CSR व सस्टेनेबिलिटी) प्रवीन कर्ण ने बताया कि स्पार्क मिंडा की 28 यूनिट्स की कुल 40 टीमें इस टूर्नामेंट में शामिल हैं, जिनमें 26 प्रतिशत खिलाड़ी महिलाएं हैं.

