अंजलि सिंह राजपूत/लखनऊ: सर्दियां शुरू होते ही घर से छिपकलियां गायब हो जाती हैं. चिड़ियाघर में आपको सांप, अजगर, कछुए और घड़ियाल सभी बेहद सुस्त नजर आते हैं. कभी-कभी तो यह बिल्कुल हिलते भी नहीं हैं. आखिर क्या वजह है कि सर्दियां शुरू होते ही घड़ियाल, सांप, मगरमच्छ, छिपकली और कछुए सुस्त पड़ जाते हैं. क्या ये गहरी नींद में सो जाते हैं या कोई और कारण है.

टर्टल सर्वाइवर अलायंस इंडिया के निदेशक डॉ. शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सरीसृप (Reptiles) यानी रेंगकर चलने वाले जितने भी जानवर होते हैं वो सर्दी में ओवर विंटरिंग में चले जाते हैं. यानी जैसे ही हमारे भारत देश में तापमान गिरना शुरू होता है ये अपने अंदर की एनर्जी तापमान को बचाने के लिए अपना चलना फिरना बंद कर देते हैं. खाना भी एकदम बंद कर देते हैं. इसकी मुख्य वजह यह है कि ये जानवर ठंडे खून वाले होते हैं.

सूरज से करते हैं खुद को चार्ज

वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट शैलेंद्र सिंह ने बताया कि इन जानवरों को खुद को ऊर्जावान बनाए रखने के लिए सूरज की किरणों की आवश्यकता होती है. उसी से इन्हें तापमान मिलता है. यही वजह है कि सर्दियों के बाद जैसे ही धूप निकलनी शुरू होती है ये फिर से ऊर्जावान हो जाते हैं और चलने फिरने लगते हैं.

हाइबरनेशन क्या है?

हाइबरनेशन तब होता है जब कोई जानवर ऊर्जा बचाने और ज्यादा कुछ खाए बिना सर्दी में जीवित रहने के लिए अपनी हृदय गति को धीमा कर देता है. कुछ जानवर शीतनिद्रा के दौरान धीमे हो जाते हैं और कम गति से चलते हैं, लेकिन अन्य गहरी नींद में चले जाते हैं और वसन्त ऋतु तक नहीं जागते.
.Tags: Hindi news, Local18, UP newsFIRST PUBLISHED : November 30, 2023, 18:39 IST



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