Last Updated:July 27, 2025, 18:37 ISTआजमगढ़ में भी हस्तशिल्प कला को बढ़ावा देने के लिए शिल्पियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसमें ना, लोहार, कुम्हार, हलवाई आदि जैसे व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों के लिए प्रशिक्षण का मौका दिया जा रहा है जिले में विश्…और पढ़ेंहस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए सरकार के द्वारा कई योजनाएं संचालित की जाती हैं आजमगढ़ में भी हस्तशिल्प कला को बढ़ावा देने के लिए शिल्पियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसमें ना, लोहार, कुम्हार, हलवाई आदि जैसे व्यवसाय से जुड़े हुए लोगों के लिए प्रशिक्षण का मौका दिया जा रहा है. इसके साथ ही साथ सरकार इन क्षेत्रों में रोजगार खोलने के लिए भी आर्थिक रूप से मदद उपलब्ध करा रही है. जिले में विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत 1200 हस्तशील कलाकारों को प्रशिक्षित करते हुए सरकार आर्थिक रूप से सहायता भी उपलब्ध हो सकेगी.
1200 कारीगर होंगे प्रशिक्षितआजमगढ़ उद्योग आयुक्त एसएस रावत ने बताया कि सरकार के द्वारा संचालित विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत विभिन्न पारंपरिक ट्रेड को बढ़ावा देने और लोगों को इससे जोड़ने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है इसमें बढ़ई, लोहार, कुम्हार, हलवाई, मोची राजमिस्त्री, धोबी, दर्जी, सहित 1200 कारीगरों व हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. वित्तीय वर्ष 202526 के लिए या लक्ष्य आवंटित किया गया है इस योजना के अंतर्गत हस्तशिल्पियों को 10 दिन का प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा इसके साथ ही उन्हें जरूरत के अनुसार टूल किट भी वितरित किया जाएगा ऐसे में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए इच्छुक लोग आवेदन कर सकते हैं.
ऑनलाइन करना होगा आवेदनइस योजना का लाभ लेने के लिए diupmsme.upsddc.gov.in पर 31 जुलाई तक आवेदन करना होगा. इस योजना का लाभ लेने के लिए केवल ऑनलाइन माध्यम से ही आवेदन स्वीकृत किया जा रहा है ऑफलाइन आवेदन पत्र स्वीकृत नहीं किया जाएगा. योजना के अंतर्गत लाभ लेने के लिए लाभार्थी का चयन समिति द्वारा स्कोर कार्ड के आधार पर जिला उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र में किया जाएगा. इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक की उम्र कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए और वह उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए इसके लिए शैक्षणिक योग्यता की बाध्यता नहीं है.
Location :Azamgarh,Uttar Pradeshhomeuttar-pradeshहस्त कलाकारों की होगी चांदी, सरकार दे रही प्रशिक्षण के साथ आर्थिक मदद