सहारनपुर: आज के दौर में अगर किसी देश को आगे बढ़ाना है, तो उसकी नींव यानी युवाओं को तकनीक से जोड़ना सबसे ज़रूरी होता है. सहारनपुर के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) में कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिल रहा है. यहां विद्यार्थी अब पुरानी तकनीक से नहीं, बल्कि आधुनिक रोबोटिक मशीनों से प्रशिक्षण ले रहे हैं. यह बदलाव केवल संस्थान तक सीमित नहीं है, बल्कि भविष्य के लिए एक मजबूत आधार भी तैयार कर रहा है.
सहारनपुर के दिल्ली रोड स्थित राजकीय आईटीआई में अब परंपरागत प्रशिक्षण पद्धति को पीछे छोड़ते हुए आधुनिक तकनीक को अपनाया गया है. इस बदलाव में देश की जानी-मानी कंपनी TATA ने सरकार के साथ मिलकर सहयोग किया है. इस साझेदारी के तहत करीब 3 करोड़ 54 लाख रुपये की लागत से अत्याधुनिक वर्कशॉप तैयार की गई है.
यह पहल केवल सहारनपुर तक सीमित नहीं है. प्रदेश के हर जनपद में एक-एक आईटीआई में ऐसी आधुनिक वर्कशॉप बनाई गई है, जहां कुल 11 नए और आधुनिक ट्रेड शुरू किए जा रहे हैं.
रोबोट से सीख रहे विद्यार्थीयहां शुरू की गई इंडस्ट्रीयल रोबोटिक एंड डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग ट्रेड पूरी तरह से रोबोट तकनीक पर आधारित है. इसके लिए वर्कशॉप में दो रोबोट लगाए गए हैं. एक रोबोट वैल्डिंग कार्य करता है, जबकि दूसरा ‘पिक एंड प्लेस’ यानी सामान को उठाकर दूसरी जगह रखने का काम करता है. इससे छात्रों को वास्तविक उद्योगों में उपयोग होने वाली तकनीकों का सीधा अनुभव मिल रहा है.
इलेक्ट्रिक वाहन और सॉफ्टवेयर से हो रहा सीधा जुड़ाव
आईटीआई में शुरू की गई मैकेनिक इलेक्ट्रिक व्हीकल (एमईडब्ल्यू) ट्रेड, छात्रों को इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और मरम्मत की जानकारी देती है. इसके लिए वर्कशॉप में थ्री-व्हीलर और अन्य इलेक्ट्रिक वाहन रखे गए हैं, जिनसे छात्र प्रैक्टिकल अनुभव ले रहे हैं.
कंप्यूटर एडेड मैन्युफैक्चरिंग ट्रेड के तहत छात्रों को मशीन के पुर्जों की डिज़ाइन बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है. इसके लिए विशेष लैब बनाई गई है, जिसमें छात्र पहले कंप्यूटर स्क्रीन पर डिज़ाइन बनाते हैं और फिर उसे CNC मशीन, BMC मशीन, लेजर कटिंग मशीन और इंडस्ट्रील रोबोट के ज़रिए वास्तविक रूप में ढाला जाता है.
बच्चों को इंडस्ट्री के लायक बना रही नई तकनीक
संस्थान के प्रधानाचार्य राकेश कुमार ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि पहले आईटीआई में जो ट्रेड्स चलती थीं, वो पुरानी तकनीकों पर आधारित थीं. लेकिन अब इंडस्ट्री में तेजी से बदलाव आया है और ज़्यादातर काम रोबोट, CNC मशीन और आधुनिक तकनीकों से किए जा रहे हैं.
इसी को देखते हुए टाटा कंपनी के सहयोग से नई ट्रेड्स शुरू की गई हैं. फिलहाल यहां इंडस्ट्रीयल रोबोटिक, CNC ऑपरेटर और इलेक्ट्रिक मोटर व्हीकल जैसे कोर्स चल रहे हैं, जो पूरी तरह आज की इंडस्ट्री की ज़रूरतों पर आधारित हैं. उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों को जिस तकनीक की आज ज़रूरत है, उसे सिखाकर हम उन्हें इंडस्ट्री के लिए तैयार कर रहे हैं. ये ट्रेनिंग लेने के बाद बच्चे इंडस्ट्री में न सिर्फ बेहतर ढंग से काम कर पाएंगे, बल्कि वहां के लिए उपयोगी भी साबित होंगे.
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सरकार और TATA के बीच बड़ा निवेशप्रदेश सरकार और TATA कंपनी के बीच एक एमओयू साइन हुआ था, जिसके तहत टाटा ने कुल 5000 करोड़ रुपये का निवेश इन वर्कशॉप्स के निर्माण में किया है. इसी समझौते के तहत सहारनपुर में 3 करोड़ 54 लाख की लागत से यह अत्याधुनिक वर्कशॉप तैयार हुई है.