Health

A woman survived stage 3 breast cancer with the help of positive thinking good sleep and healthy food | पॉजिटिव सोच, अच्छी नींद और स्वस्थ भोजन से कैंसर को मात देना संभव! इस महिला की कहानी है सबूत



कैंसर, एक ऐसा शब्द जो सुनते ही मन में डर और संदेह पैदा हो जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करके और सही इलाज की मदद से कैंसर को मात देना संभव है. आज हम आपको जुलीएन डेनियल लिम नाम की एक महिला की इंस्पायरिंग कहानी सुनाते हैं, जिन्होंने स्तन कैंसर के तीसरे चरण को हराकर सबको हैरान कर दिया.
सिंगापुर की रहने वाली जुलीएन डेनिएल लिम को साल 2020 में ब्रेस्ट कैंसर का पता चला. उस वक्त वह 38 साल की थी और कैंसर की खबर उनके लिए एक बड़ा झटका था. सफल करियर और खुशहाल जिंदगी जी रहीं जुलीएन को कीमोथेरेपी और इम्यूनोथेरेपी जैसी कठिन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा. इन इलाजों के कई नुकसान हुए, जिससे जुलीएन शारीरिक और मानसिक रूप से काफी कमजोर हो गईं.बीमारी से उबरने के बाद जुलीएन ने अपनी लाइफस्टाइल का आंकलन किया. उन्होंने पाया कि पहले वो बहुत कम सोती थीं, ज्यादा मेहनत करती थीं और खाने में भी बैलेंस नहीं रखती थीं. साथ ही, उनके विचार भी ज्यादातर नेगेटिव रहते थे. ऐसे में कैंसर के दोबारा होने के खतरे को कम करने और खुद को बेहतर महसूस कराने के लिए जुलीएन ने हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने का फैसला किया. उन्होंने डॉक्टर्स की सलाह ली और पोषण से भरपूर बैलेंस डाइट, रोजाना व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव मुक्त रहना और पॉजिटिव सोच पर ध्यान देना शुरू किया.
डाइट में किया बदलावपहले जंक फूड और प्रोसेस्ड खाने का सेवन करने वाली जुलीएन ने अब अपने खाने में मैक्रोन्यूट्रिएंट्स जैसे प्रोटीन, कार्ब्स और फैट्स पर ध्यान देना शुरू किया. उन्होंने ग्लूटेन, डेयरी प्रोडक्ट्स और पैकेट बंद स्नैक्स से परहेज किया.
व्यायाम को डेली रूटीन में किया शामिलव्यायाम के प्रति भी जुलीएन का नजरिया बदला. अब वो सिर्फ वजन कम करने के लिए नहीं, बल्कि खुद को मजबूत और एनर्जेटिक महसूस करने के लिए व्यायाम करती हैं. उन्होंने ‘नो पेन, नो गेन’ वाली सोच को छोड़ा और बैलेंस तरीके से व्यायाम करना शुरू किया.
7 घंटे की अच्छी नींदजुलीएन अब रोजाना कम से कम 7 घंटे की नींद लेती हैं और पूरे दिन में आराम के लिए समय निकालती हैं. वो तनाव को नजरअंदाज नहीं करतीं, बल्कि उसका सामना करती हैं और उसे कम करने की कोशिश करती हैं.
टेंशन फ्री लाइफजुलीएन अब तनाव को नजरअंदाज नहीं करतीं, बल्कि उसका सामना करती हैं और तनाव पैदा करने वाली चीजों को अपनी जिंदगी से दूर करने की कोशिश करती हैं. उनका मानना है कि तनाव के मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर पड़ने वाले प्रभाव को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं.
कैंसर को मात दे चुकीं जुलीएन आज एक नई जिंदगी जी रही हैं. वो आत्म-खोज की यात्रा पर हैं और अपनी शक्तियों को पहचान रही हैं. वो हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर खुश और पॉजिटिव रहने के लिए प्रेरित हैं. जुलीएन का कहना है कि हेल्दी रहने के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से हेल्दी रहना जरूरी है. साथ ही, बैलेंस डाइट, पर्याप्त नींद, व्यायाम और पॉजिटिव सोच भी बेहद जरूरी हैं.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.



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