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A woman can face these 7 complications during pregnancy women must keep these things in mind sscmp | प्रेग्नेंसी के दौरान हो सकती हैं ये 7 कॉम्प्लिकेशन, महिलाएं जरूर रखें इन बातों का ध्यान



Complications during pregnancy: महिला के जीवन में सबसे कठिन चरणों में से एक प्रेग्नेंसी है. इस दौरान महिला को न केवल शारीरिक बदलाव से गुजरना पड़ता है, बल्कि मानसिक और हार्मोनल असंतुलन का भी गुजरना पड़ता है.. प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हालांकि परिवर्तन गंभीर नहीं लग सकते हैं, लेकिन समय के साथ प्रेग्नेंसी के दौरान चल रहे लक्षण कॉम्प्लिकेशन का कारण बन सकते हैं. ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना ही सबसे अच्छी बात होगी. आइए जानते हैं कि एक महिला को अपने जीवन के इस कठिन दौर में आमतौर पर किन चिंताओं का सामना करना पड़ता है.
1. हाई ब्लड प्रेशर: प्रेग्नेंसी के दौरान अपने ब्लड प्रेशर की नियमित तौर पर जांच करना बेहद जरूरी है. हाई ब्लड प्रेशर से आपकी डिलीवरी तैय तारीख से पहले हो सकती है. यह प्रीक्लेम्पसिया जैसी कई अन्य कॉम्प्लिकेशन के ज्यादा खतरे से भी जुड़ा हुआ है.
2. डायबिटीज: गर्भकालीन डायबिटीज आमतौर पर डायबिटीज के बाद ठीक हो जाता है, लेकिन न केवल अपने लिए बल्कि अपने बच्चे के लिए भी शरीर में ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रण में रखना बहुत महत्वपूर्ण है. ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए डाइट प्लान में बदलाव करें.
3. प्रीक्लैंपसिया: यह एक बहुत ही गंभीर स्थिति है जिसके परिणाम स्वरूप हाई ब्लड प्रेशर और किडनी खराब होने की समस्याएं ज्यादा बढ़ जाती है. व्यक्ति की स्थिति के आधार पर डॉक्टर या तो दवाएं लिख सकता है या अस्पताल में भर्ती कर सकता है.
4. प्रीटर्म लेबर: जब एक महिला प्रेग्नेंसी के दौरान 37 सप्ताह से पहले प्रसव पीड़ा शुरू करती है, तो उसे समय से पहले के प्रसव पीड़ा को प्रीटर्म लेबर कहते हैं. आमतौर पर डॉक्टर ऐसी स्थिति में आराम करने की सलाह देते हैं.
5. गर्भपात: पहले 20 हफ्तों के दौरान गर्भावस्था के नुकसान को गर्भपात माना जाता है और 20 हफ्तों के बाद गर्भावस्था के नुकसान को मृत जन्म कहा जाता है. कभी-कभी महिला को गर्भावस्था के बारे में पता चलने से पहले भी ऐसा हो सकता है.
6. एनीमिया: यह प्रेग्नेंसी के दौरान एक महिला को होने वाली सबसे आम कॉम्प्लिकेशन में से एक है. यदि आप सामान्य से अधिक थका हुआ और कमजोर महसूस करते हैं तो डॉक्टर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है.
7. इन्फेक्शन: यदि प्रेग्नेंसी के दौरान कोई संक्रमण होता है तो तुरंत पेशेवर सलाह लेना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है.
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