आजमगढ़ में तैराकी सीखने वालों के लिए तोहफा, व्यायाम शाला की जगह स्विमिंग पूल
आजमगढ़ में खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ा कदम उठाया है. जिले में एक नया स्विमिंग पूल बनाने की योजना को लेकर तैयारी तेजी से शुरू हो चुकी है. तैराकी में रुचि रखने वाले खिलाड़ियों और युवाओं को लंबे समय से एक उपयुक्त प्रशिक्षण केंद्र की आवश्यकता थी, जिसे देखते हुए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है.
ग्रामीण क्षेत्रों में तालाब, शहर में अवसरों की कमी
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में तैराकी करने वाले युवा साधारण तालाबों और पोखरों में तैराकी करते हैं. हालांकि, शहरी क्षेत्र में तैराकी प्रतिभाओं को अब तक किसी उन्नत प्रशिक्षण केंद्र का लाभ नहीं मिल पाया है. तैराकी एक ऐसा खेल है जिसमें उचित मार्गदर्शन और सुरक्षित वातावरण अत्यंत आवश्यक है. प्रशिक्षण की कमी के कारण कई बच्चों की प्रतिभा दबकर रह जाती है. यही कारण है कि शहर में स्विमिंग पूल बनने से खिलाड़ियों की अभ्यास क्षमता और प्रतिस्पर्धात्मक कौशल में बड़ा सुधार आएगा.
दीवानी न्यायालय के पास तीन एकड़ में होगा निर्माण
जिला युवा कल्याण एवं प्रादेशिक दल विकास विभाग की ओर से दीवानी न्यायालय के समीप बनी व्यायामशाला की भूमि को इस परियोजना के लिए चयनित किया गया है. बताया गया है कि कुल तीन एकड़ भूमि पर इस अत्याधुनिक स्विमिंग पूल का निर्माण प्रस्तावित है. अधिकारियों के अनुसार, परियोजना का विस्तृत स्टीमेट तैयार किया जा रहा है, जिसे जल्द ही शासन को भेजा जाएगा.
खेलो इंडिया के तहत तैयार होगा अत्याधुनिक पूल
इस स्विमिंग पूल को खेलो इंडिया योजना के तहत विकसित किया जाएगा. परियोजना में निम्न सुविधाएं शामिल होंगी – अत्याधुनिक सुरक्षा सिस्टम, उन्नत फिल्ट्रेशन प्लांट, प्रोफेशनल तैराकी लेन, खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण क्षेत्र, दर्शक दीर्घा और चेंजिंग रूम. अधिकारियों के अनुसार, यह प्रोजेक्ट लाखों रुपये की लागत से तैयार होगा और जिले में खेल विकास के नए अवसरों को जन्म देगा।
प्रतिभाओं को मिलेगा राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ने का मार्ग
नए स्विमिंग पूल के बन जाने से आजमगढ़ के तैराकी खिलाड़ी अब उच्च स्तरीय वातावरण में प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे. इससे न केवल उनकी प्रतिभा निखरेगी, बल्कि वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए बेहतर तैयारी भी कर पाएंगे. स्थानीय प्रशिक्षकों का मानना है कि यह सुविधा जिले की खेल प्रगति में मील का पत्थर साबित होगी।

