हाथरस. हाथरस (Hathras) में रविवार की सुबह बाईपास से सटी झाड़ियों में एक मासूम बच्चा काले रंग सूटकेस में बंद मिला. उसकी गर्दन पर चोट के निशान हैं. अनुमान यह लगाया जा रहा है कि किसी ने मासूम का गला घोंट कर मरा हुआ समझ कर सूटकेस में बंद कर सड़क पर फेंक दिया. लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी. पास जाकर देखा तो आवाज सूटकेस से आ रही थी, जिसे देख वे दंग रह गए. सूटकेस खोलने पर बच्चे को बाहर निकाला गया.
बताया गया कि हाथरस से गुजरने वाले अलीगढ आगरा बाईपास के गांव जोगिया के ग्रामीण सुबह खेतों की ओर जा रहे थे. तभी सड़क किनारे झाड़ियों में से बच्चे की रोने की आवाज सुनाई दी. जिसको सुनकर लोग पास पहुंचे तो वहां काले रंग का एक सूटकेस दिखा. अटैची में से बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी. यह खबर जंगल मे लगी आग की तरह फैल गई. वहां पहुंचे लोगों ने अटैची को खोलकर देखा तो वह दंग रह गए. रोते बिलखते बच्चे को लेकर वह गांव में आ गए. वहां लोगों की भीड़ लग गई.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने लोगों से पूछ ताछ करने के बाद बच्चे को गांव के एक परिवार के हवाले कर दिया था. अब पुलिस गहनता से जांच करने में जुट गई है. लोगों के अनुसार बच्चे की गर्दन पर चोट के निशान हैं. लग रहा है कि कोई इस बच्चे को गला दबाकर मारने के प्रयास किया गया. मगर ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था.
कोतवाली हाथरस गेट प्रभारी निरीक्षक केशव शर्मा ने बताया कि सुबह काले रंग के बैग में 6 महीने का बच्चा सड़क किनारे मिला है. बच्चे का डॉक्टरी परीक्षण कराया है. बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है. cwc को बच्चे को सुपुर्द कर दिया है. फिलहाल बच्चे की पहचान कराई जा रही है. पुलिस मामले में छानबीन कर रही है.पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.
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