सहारनपुर. सहारनपुर के गांव खेड़ाअफगान के 70 वर्षीय जोधा आज भी बिना किसी पैसे के लोगों का इलाज कर रहे हैं, जिन्हें डॉक्टर भी मदद करने से मना कर चुके हों. जोधा पहले पहलवान रहे हैं और उनके पास पहलवानों की वह खास तकनीक है जिससे हाथ, पैर, डिस्क सरक जाने जैसी समस्याओं का इलाज मालिश और विशेष तकनीक के जरिए मिनटों में किया जा सकता है.
जोधा का यह हुनर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद दूर-दूर से लोग उनसे इलाज कराने आने लगे हैं. उनके पास कई प्रदेशों के लोग अपनी शारीरिक समस्याओं का समाधान लेने आते हैं और सफल इलाज के बाद वापस अपने घर लौटते हैं. जोधा का कहना है कि वह केवल तीन मालिश में लोगों को अपने पैरों पर खड़ा कर देते हैं और जो लोग खाट पर बैठ चुके होते हैं, उन्हें मिनटों में चलने के लायक बना देते हैं.
नहीं लेते एक भी रुपए जोधा किसी से भी कोई पैसा नहीं लेते. यदि वे पैसा लेते तो आज उनके पास एक अच्छा मकान होता, लेकिन वे कच्चे मकान में रहकर भी अपने इस कला का सही इस्तेमाल कर हजारों लोगों का निशुल्क इलाज कर चुके हैं. जिन लोगों का इलाज हो चुका है, उन्हें दोबारा आने की जरूरत नहीं पड़ती.
देसी दवाइयां भी उपलब्ध जोधा बताते हैं कि अगर किसी की डासी लगी हो, गोड्डा या नाड़ में मोच हो, या कोई ऐसी समस्या हो जिसे डॉक्टर ठीक न कर पाएं, तो उन्हें एक बार यहां दिखा दें, फिर वह ठीक हो जाएगा. यह सेवा पूरी तरह फ्री है और किसी से कोई पैसा नहीं लिया जाता. मालिश के साथ ही देसी दवाइयां भी दी जाती हैं.
मालिश है लाजवाब जोधा के पास नस ब्लॉक होने जैसी समस्याओं का भी देसी इलाज उपलब्ध है. उन्होंने बताया कि वे पहले पहलवान रहे हैं, लेकिन उससे भी पहले से ही मालिश के जरिए लोगों का इलाज करते आ रहे हैं. जोधा कहते हैं, “मेरी उम्र लगभग 70 साल की है, लेकिन आज भी मैं लोगों को सिर्फ तीन बार की मालिश में ठीक कर देता हूं.”
दूर-दूर से आते है लोग जोधा के पास दिल्ली, देहरादून, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान सहित कई राज्यों से लोग इलाज कराने आते हैं. अब तक उन्होंने हजारों लोगों का इलाज किया है और जिनका इलाज हो चुका है, उन्हें दोबारा आने की जरूरत नहीं पड़ती. अपनी पुरानी थेरेपी के लिए वे कोई पैसा नहीं लेते, केवल यदि कोई दवाई लेना चाहे तो मात्र 50 रुपए लिए जाते हैं, और यह भी पूरी तरह लोगों की इच्छा पर निर्भर करता है. हाल ही में मुजफ्फरनगर से आए एक व्यक्ति, जिसे डॉक्टर ने मना कर दिया था, का इलाज जोधा ने किया. उनकी डिस्क में प्रॉब्लम थी, लेकिन मालिश के बाद वह व्यक्ति तुरंत चलने में सक्षम हो गया और अब काफी आराम महसूस कर रहा है.

