Last Updated:December 22, 2025, 17:24 ISTWheat Farming Tips : गेहूं के खेतों में यूरिया का छिड़काव करते समय की गई छोटी-सी लापरवाही फसल को भारी नुकसान पहुँचा सकती है. गलत समय, सूखी मिट्टी या तेज धूप में यूरिया डालने से पौधे झुलस सकते हैं और बढ़वार रुक जाती है. विशेषज्ञ सलाह के बिना अधिक मात्रा में यूरिया का प्रयोग भी फसल जलने का बड़ा कारण बनता है.शाहजहांपुर : रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए सही समय पर खाद और उर्वरक का प्रबंधन बेहद जरूरी है. अक्सर किसान जानकारी के अभाव में यूरिया का असंतुलित प्रयोग कर बैठते हैं, जिससे न केवल खेती की लागत बढ़ती है, बल्कि फसल की गुणवत्ता पर भी बुरा असर पड़ता है. गेहूं के खेतों में यूरिया का प्रयोग सही समय और सही मात्रा में किया जाए तो फसल की बढ़वार, कल्लों की संख्या और उपज तीनों में स्पष्ट सुधार आता है
एक्सपर्ट का कहना है कि गेहूं में नाइट्रोजन की आपूर्ति के लिए यूरिया ‘संजीवनी’ का काम करता है, लेकिन इसे देने का तरीका वैज्ञानिक होना चाहिए. गलत समय या ओस में यूरिया डालने से पत्तियां झुलस सकती हैं. इसलिए, किसानों को यूरिया की ‘टॉप ड्रेसिंग’ करते समय मिट्टी की नमी और फसल की अवस्था का विशेष ध्यान रखना चाहिए, ताकि दाने मोटे और चमकदार बन सकें.
कब करें यूरिया का छिड़काव?कृषि एक्सपर्ट डॉ. एन.पी. गुप्ता ने बताया कि गेहूं में यूरिया का प्रयोग एक बार में न करके कई बार में करना सबसे फायदेमंद होता है. यूरिया की पहली ‘टॉप ड्रेसिंग’ पहली सिंचाई के बाद, यानी बुवाई के 20 से 25 दिन की अवस्था पर करनी चाहिए. दूसरी मात्रा 40 से 45 दिन की अवस्था में गांठ बनते समय पर दें. सामान्यतः एक एकड़ खेत के लिए टॉप ड्रेसिंग में 40 से 45 किलोग्राम यूरिया प्रति एकड़ छिड़काव पर्याप्त रहता है. यूरिया का छिड़काव हमेशा दोपहर के समय करें जब पत्तियों से ओस पूरी तरह सूख जाए. गीली पत्तियों पर यूरिया चिपकने से पौधे जल सकते हैं.
रखें इन 4 बातों का ध्यान
खेत में पर्याप्त नमी होने पर ही यूरिया डालें.
यदि नमी कम है, तो यूरिया डालने के तुरंत बाद हल्की सिंचाई अवश्य करें, अन्यथा नाइट्रोजन गैस बनकर हवा में उड़ जाएगी और पौधे को पोषण नहीं मिलेगा.
जरूरत से ज्यादा यूरिया का प्रयोग न करें. अत्यधिक नाइट्रोजन से पौधे की लंबाई बहुत तेजी से बढ़ती है, जिससे तना कमजोर हो जाता है और तेज हवा चलने पर फसल के गिरने का खतरा बढ़ जाता है.
साथ ही, यूरिया का अधिक प्रयोग फसल में कीट और रोगों के प्रति संवेदनशीलता को भी बढ़ाता है.
Location :Shahjahanpur,Uttar PradeshFirst Published :December 22, 2025, 17:24 ISThomeagricultureसावधान! यूरिया के छिड़काव के दौरान अगर कर दी ये गलती, जल जाएंगे गेहूं के पौधे
