Last Updated:December 15, 2025, 10:03 ISTWheat Cultivation Tips : गेहूं की बुवाई के 20-25 दिन बाद पहली सिंचाई करना बेहद अहम होता है. इस समय सही मात्रा में यूरिया का प्रयोग करने से पौधों में नाइट्रोजन की पूर्ति होती है, जिससे तेजी से कल्ले निकलते हैं. कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, पहली सिंचाई के बाद खेत में नमी रहने पर प्रति एकड़ 40 से 50 किलो यूरिया डालना चाहिए. इससे पौधों की बढ़वार बेहतर होती है, जड़ें मजबूत बनती हैंलखीमपुर : यूपी के अधिकांश जिलों मे गेहूं की बुवाई हो चुकी है और किसान पहली सिंचाई की तैयारी में हैं. हालांकि, कुछ किसान दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत में ब गेहूं की पछेती बुवाई करते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए सही समय पर सिंचाई करना बहुत जरूरी है. सामान्य तौर पर गेहूं की फसल में 4 से 6 बार सिंचाई की आवश्यकता होती है. पहली और सबसे महत्वपूर्ण सिंचाई बुवाई के 20–25 दिन बाद क्राउन रूट इनिशिएशन (CRI) अवस्था में करनी चाहिए. दूसरी सिंचाई 40–45 दिन पर फुटाव के समय, तीसरी 60–65 दिन पर गांठ बनने की अवस्था में करें. चौथी सिंचाई बालियां निकलने से पहले और पांचवीं दूध अवस्था में लाभदायक रहती है.
कृषि वैज्ञानिक प्रदीप बिसेन ने बताया कि गेहूं की बुवाई के 20 से 25 दिन बाद पौधों में द्वितीयक जड़ों का विकास शुरू हो जाता है. यही जड़ें मिट्टी से पोषक तत्व और नमी को ग्रहण करती हैं, इसलिए इस समय खेत में पर्याप्त नमी होना बेहद जरूरी माना जाता है. पहली सिंचाई समय पर और संतुलित मात्रा में करने से गेहूं में अधिक कल्ले निकलते हैं, जिससे बालियों की संख्या और पैदावार दोनों बढ़ती हैं.
इन बात का रखें ध्यानसिंचाई के दौरान ध्यान रखें कि खेत में पानी अधिक देर तक भरा न रहे. ज्यादा पानी भराव से जड़ें सड़ सकती हैं और पौधों में पीलापन आ सकता है. हल्की मिट्टी वाले खेतों में पानी जल्दी सूख जाता है, इसलिए वहां समय पर सिंचाई और भी जरूरी होती है. पहली सिंचाई के बाद प्रति एकड़ 40 से 50 किलोग्राम यूरिया डालना लाभदायक होता है, जिससे फसल को पर्याप्त नाइट्रोजन मिलती है. खाद हमेशा सिंचाई के बाद, जब खेत में उचित नमी हो, तभी डालें. इस दौरान ध्यान रखें कि खेत न ज्यादा सूखा हो और न ही बहुत गीला.
खरपतवार नियंत्रणगेहूं की फसल में खरपतवार समस्या बन सकते हैं. इनके नियंत्रण के लिए आवश्यकता अनुसार खरपतवारनाशी दवाओं का प्रयोग किया जा सकता है. अक्सर खेतों में बथुआ उग आता है, जिसे कई किसान आज भी हाथ से निकालकर नष्ट कर देते हैं.About the Authormritunjay baghelमीडिया क्षेत्र में पांच वर्ष से अधिक समय से सक्रिय हूं और वर्तमान में News-18 हिंदी से जुड़ा हूं. मैने पत्रकारिता की शुरुआत 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से की. इसके बाद उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड चुनाव में ग्राउंड…और पढ़ेंLocation :Lakhimpur,Kheri,Uttar PradeshFirst Published :December 15, 2025, 10:03 ISThomeagricultureगेहूं की पहली सिंचाई के बाद यूरिया से करें ये काम, तेजी से निकलेंगे कल्ले

