बैंगन का सेवन करने से पहले जानें कौन-कौन से लोगों को इसके दुष्प्रभावों से बचना चाहिए.
रायबरेली की आयुष चिकित्सक डॉ. आकांक्षा दीक्षित बताती हैं कि बैंगन हर किसी के लिए हानिकारक नहीं है, लेकिन कुछ विशेष स्थितियों में यह नुकसानदायक हो सकता है. गर्भवती महिलाएं, गठिया और पथरी के मरीज, एसिडिटी या एलर्जी से पीड़ित लोग बैंगन का सेवन सोच-समझकर करें. संतुलित मात्रा में और सही तरीके से पकाकर खाने पर यह पोषण प्रदान करता है, लेकिन अधिक सेवन से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है.
बैंगन को सब्जियों का राजा कहा जाता है. यह स्वाद और पोषण से भरपूर होने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी देता है, लेकिन हर चीज की तरह इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं. कुछ मामलों में बैंगन का सेवन सेहत के लिए समस्या पैदा कर सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें कुछ विशेष रोग या स्थितियां हैं. इसलिए बैंगन का सेवन करने से पहले इसके दुष्प्रभाव और सावधानियों के बारे में जानना आवश्यक है.
आयुर्वेद के अनुसार, बैंगन की तासीर गर्म और गैस पैदा करने वाली होती है. यही कारण है कि यह पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है. जिन लोगों को एसिडिटी, गैस या पेट फूलने की समस्या रहती है, उनके लिए बैंगन का सेवन नुकसानदायक हो सकता है. गर्भवती महिलाओं को बैंगन के सेवन से बचने की सलाह दी जाती है. बैंगन में मौजूद फाइटोहॉर्मोन गर्भाशय को उत्तेजित कर सकते हैं, जिससे गर्भपात या अन्य जटिलताएं हो सकती हैं. खासकर गर्भावस्था के शुरुआती महीनों में बैंगन खाने से परहेज करना चाहिए.
आर्थराइटिस या जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों के लिए भी बैंगन उपयुक्त नहीं माना जाता है. इसमें सोलानेन नामक तत्व पाया जाता है, जो जोड़ों में सूजन और दर्द को बढ़ा सकता है. इसी कारण गठिया के मरीजों को बैंगन खाने से परहेज करना चाहिए. विदित हो कि बैंगन में ऑक्सलेट्स पाए जाते हैं, जो किडनी स्टोन की समस्या को बढ़ा सकते हैं. जिन लोगों को पहले से पथरी की शिकायत है, उन्हें बैंगन का सेवन कम करना चाहिए या बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
कुछ लोगों को बैंगन खाने से एलर्जी की समस्या हो सकती है. इससे त्वचा पर खुजली, सूजन या सांस लेने में दिक्कत जैसी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं, इसलिए खासकर छोटे बच्चों और संवेदनशील लोगों को इसे सावधानी से खाना चाहिए. डायबिटीज के मरीजों के लिए बैंगन का सीमित सेवन ही बेहतर होता है. हालांकि यह शुगर नियंत्रित करने में मदद करता है, लेकिन अधिक मात्रा में खाने से ब्लड शुगर स्तर अस्थिर हो सकता है.

