आगरा में SIR अभियान के कारण अफरा-तफरी
उत्तर प्रदेश के आगरा में विशेष सारांश पुनरीक्षण अभियान (SIR) तेजी से चल रहा है. इस अभियान के तहत आगरा में साढ़े तीन हजार से अधिक बीएलओ (BLO) काम में लगे हुए हैं. लगभग 36 लाख मतदाताओं का सत्यापन किया जाना है. इस अभियान के दौरान मुस्लिम मतदाताओं को सबसे अधिक परेशानी हो रही है. मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है कि उन्हें अपने काम-धंधे छोड़कर इस प्रक्रिया में समय देना पड़ रहा है. उनका आरोप है कि BLO के पास भी पूरी जानकारी नहीं है, जिसके कारण मतदाता कन्फ्यूज़ हो रहे हैं.
कई मुस्लिम मतदाताओं ने शिकायत की कि अभियान की समय-सीमा बहुत कम है, इसे बढ़ाया जाना चाहिए. ताकि लोग समझ सकें और फॉर्म सही से भर सकें. साथ ही, कई लोगों का ऐसा भी कहना है कि 2003 की सूची में नाम नहीं मिल रहा, जिससे फॉर्म भरने में बड़ी दिक्कत आ रही है. SIR के कारण मच गई अफरा-तफरी आगरा निवासी सिकंदर कुरैशी ने कहा कि इस अभियान में BLO सही तरह से काम नहीं कर रहे, जिसके कारण अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है. उनका कहना है कि सरकार को पहले से ही आम जनता को इस अभियान के बारे में जानकारी देनी चाहिए थी, ताकि लोग तैयारी कर सकें.
सिकंदर कुरैशी ने कहा कि BLO अचानक फॉर्म देकर चले जाते हैं और लोगों को समझ नहीं आता कि उन्हें कैसे भरा जाए. उन्होंने सवाल किया कि अब फॉर्म भरें या अपना काम-धंधा करें? सोशल मीडिया पर भी साफ जानकारी नहीं मिल रही. हर कोई कुछ अलग बता रहा है, दुविधा और बढ़ गई है. सरकार को बढ़ानी चाहिए समय सीमाआगरा निवासी अदनान कुरैशी ने कहा कि SIR अभियान के लिए बहुत कम समय दिया गया है, जिससे लोग परेशान हैं. उन्होंने मांग की कि सरकार को इसकी समय-सीमा बढ़ानी चाहिए, ताकि लोग फॉर्म को सही से समझ सकें और भर सकें.
वहीं, अदनान का आरोप है कि BLO ठीक से अपना काम नहीं कर रहे और इस अभियान के तहत अल्पसंख्यक समुदाय के वोट काटने की कोशिश की जा रही है. होमवर्क के बिना मैदान में उतरे BLOआगरा निवासी मोहम्मद अंसार कुरैशी ने कहा कि SIR अभियान शुरू करने से पहले BLO को प्रशिक्षण देना बेहद जरूरी था. उनका कहना है कि BLO के पास ही पूरी जानकारी नहीं है तो वे मतदाताओं को कैसे समझाएंगे? उन्होंने बताया कि जब उन्होंने BLO से पूछा कि SIR क्या है, तो वह जवाब नहीं दे पाया, जिससे साफ हुआ कि उन्हें भी ठीक से जानकारी नहीं दी गई है. अंसार ने कहा कि इस अचानक शुरू किए गए अभियान ने लोगों को गुमराह कर दिया है और सभी परेशानी में हैं कि फॉर्म कैसे भरें.
इस पूरे मामले में सरकार को समय सीमा बढ़ानी चाहिए और BLO को प्रशिक्षण देना चाहिए, ताकि लोगों को सही जानकारी मिल सके और वे अपने मतदाता अधिकार का सही तरीके से उपयोग कर सकें.

