फतेहपुर में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां बारात निकलने से ठीक एक दिन पहले एक लेखपाल ने फंदा लगाकर जान दे दी. हालांकि, अब सवाल उठ रहा है कि क्या लेखपाल पर एसआईआर ड्यूटी का दबाव था या शादी से जुड़ा कोई और तनाव परेशान कर रहा था? फिलहल पुलिस जांच में जुटी है।
फतेहपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. गौरतलब है कि बिंदकी कोतवाली क्षेत्र के खजुहा कस्बे में तैनात एक लेखपाल ने अपनी शादी से ठीक एक दिन पहले फंदा लगाकर जान दे दी. जहां घर में शादी की तैयारियां जोरों पर थीं, वहीं अचानक हुई इस घटना ने पूरे परिवार की खुशियां मातम में बदल दीं. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है. अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आत्महत्या का कारण एसआईआर ड्यूटी का दबाव था या कोई निजी परेशानी.
जानकारी के मुताबिक मृतक सुधीर कुमार कोरी बिंदकी तहसील में लेखपाल के पद पर तैनात थे और हाल ही में उनकी ड्यूटी जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र में एसआईआर के लिए लगाई गई थी. सुधीर की शादी छह महीने पहले तय हुई थी, और 26 नवंबर को बारात जानी थी. घर में सभी तैयारियां पूरी हो चुकी थीं और परिवार बारात की तैयारी में व्यस्त था।
मृतक की बहन रौशनी का आरोप है कि सुधीर ने शादी को देखते हुए पहले ही छुट्टी के लिए आवेदन किया था, लेकिन कानूनगो ने एसआईआर ड्यूटी का हवाला देकर छुट्टी मंज़ूर नहीं की. आरोप यह भी है कि सिर्फ एक दिन ड्यूटी पर न पहुंच पाने के कारण सुधीर को सस्पेंड कर दिया गया था. रौशनी के मुताबिक इसी दबाव ने उसके भाई को मानसिक रूप से बेहद परेशान कर दिया था।
रात में परिवार के साथ खाया था खानामृतक की बहन रौशनी ने बताया कि सोमवार रात सुधीर काम से लौटने के बाद परिवार के साथ भोजन कर अपने कमरे में सोने चले गए. लेकिन मंगलवार सुबह जब वह काफी देर तक बाहर नहीं निकले, तो परिजन कमरे के पास पहुंचे और आवाज लगाई. अंदर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर दरवाजा तोड़ा गया, जहां छत के हुक से लटकता सुधीर का शव देखकर परिजनों के होश उड़ गए।
पुलिस कर रही हर एंगल पर जांचघटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम बिंदकी प्रियंका अग्रवाल और कोतवाल हेमंत मिश्रा टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. फिलहाल, पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है, लेकिन आत्महत्या का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है.

