सर्पगंधा एक आयुर्वेदिक पौधा है जो अपनी अद्वितीय औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है. इसकी जड़ में विशेष शक्ति होती है जो उच्च रक्तचाप, अनिद्रा, चिंता और मानसिक रोगों में लाभकारी होती है. यह पौधा 60-90 सेंटीमीटर ऊंचा होता है और इसके पत्ते चमकदार होते हैं, जबकि फूल सफेद या गुलाबी रंग के होते हैं. लेकिन इसकी असली औषधीय शक्ति जड़ में पाई जाती है.
सर्पगंधा की जड़ रक्तचाप को नियंत्रित करने, नींद लाने, तनाव कम करने और दिमाग को शांत रखने में मदद करती है. इसका पारंपरिक रूप से पागलपन सहित कई मानसिक रोगों के उपचार में उपयोग किया जाता रहा है. यह चूर्ण, काढ़ा, टैबलेट या सिरप के रूप में लिया जा सकता है, लेकिन इसका सेवन वैद्य की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसकी अधिक मात्रा हानिकारक हो सकती है. इसलिए, इसका उपयोग करने से पहले वैद्य से परामर्श करना आवश्यक है.

