भारतीय खाने में अचार सिर्फ स्वाद बढ़ाने का काम नहीं करता, बल्कि यह खाने को खास और यादगार भी बना देता है. खासकर लहसुन का अचार घर-घर में पसंद किया जाता है, क्योंकि इसका स्वाद तीखा, चटपटा और लंबे समय तक बना रहता है. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के विकासखंड झंझरी, ग्राम सभा पूरे तिवारी की रहने वाली किरण मिश्रा अपने खास लहसुन के अचार के लिए काफी मशहूर हैं. उनके हाथों से बना अचार इतना स्वादिष्ट होता है कि आस-पास के गांवों से लोग इसे सीखने आते हैं.
लोकल 18 से बातचीत में किरण मिश्रा बताती हैं कि लहसुन का अचार बनाना मुश्किल नहीं है. केवल सही सामग्री और सही तरीका जरूरी है. उनका कहना है कि यदि मसाले संतुलित हों, तो यह सालों तक खराब नहीं होता. यहां जानिए अचार बनाने की सरल और टेस्टी रेसिपी.
लहसुन का अचार बनाने के लिए जरूरी सामग्री
लहसुन का अचार बनाने के लिए ज्यादा चीजों की जरूरत नहीं होती. इसके लिए चाहिए होता है:
– छिला हुआ लहसुन
– सौंफ
– मंगरेल (कलौंजी)
– काली मिर्च
– बड़ी इलायची
– लौंग
– हींग
– जीरा
– अजवायन
– तेजपत्ता
– दालचीनी
– जायफल
– बनारसी राई
– काला नमक
– सेंधा नमक
– सरसों का तेल
– गन्ने का सिरका
ये सभी मसाले अचार को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ लंबे समय तक सुरक्षित भी रखते हैं।
लहसुन का अचार बनाने की विधि
1. लहसुन की तैयारी: लहसुन की कलियों को छीलकर अच्छी तरह साफ करें. लहसुन में नमी नहीं होनी चाहिए, इसलिए इसे 1-2 घंटे के लिए सूती कपड़े पर फैला दें.
2. मसालों को सेकना: सौंफ, जीरा, मंगरेल, बड़ी इलायची, लौंग, दालचीनी और काली मिर्च को हल्की आंच पर भूनें. मसाले जलने न पाएं. फिर ठंडा करके दरदरा पीस लें. इससे मसालों की खुशबू और स्वाद बढ़ जाता है।
3. तेल गर्म करना: एक कड़ाही में सरसों का तेल डालकर धुआं उठने तक गर्म करें. इससे तेल की कड़वाहट खत्म हो जाती है. फिर इसे थोड़ा ठंडा होने दें.
4. अचार मिलाना: बड़े बर्तन में लहसुन की कलियाँ रखें. ऊपर भूने मसाले, काला नमक, सेंधा नमक और हींग डालें. यदि तेल कम हो, तो थोड़ी मात्रा में गन्ने का सिरका डालें ताकि अचार लंबे समय तक सुरक्षित रहे.
5. तेल मिलाना: ठंडा हुआ सरसों का तेल अचार में डालें और सभी चीजों को अच्छी तरह मिलाएं. तेल इतना होना चाहिए कि मसाले और लहसुन पूरी तरह डूब जाएं.
किरण मिश्रा आगे बताती हैं कि अचार हमेशा कांच की सूखी बोतल में ही रखें. नमी होने पर अचार जल्दी खराब हो सकता है. साथ ही तेल कम न डालें, क्योंकि तेल ही अचार को लंबे समय तक सुरक्षित रखता है.

