उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में राज्य कर विभाग ने प्रमुख सचिव और राज्य कर कमिश्नर के आदेश पर एक व्यापक स्तर पर सघन वसूली अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य लंबे समय से टैक्स बकाया रखने वाले व्यापारियों, भट्टा संचालकों और अन्य फर्म मालिकों से बकाया कर की वसूली करना था।
अभियान की कमान राज्य कर उपायुक्त राजीव त्यागी ने संभाली। टीम सुबह से ही जिले के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंची और बकायेदारों की फर्मों का निरीक्षण कर बकाया राशि का विवरण समझाया। अधिकारियों ने फर्म मालिकों को स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि बकाया राशि तत्काल जमा नहीं की गई, तो उनकी चल और अचल संपत्तियों को कुर्क कर नीलाम कर दिया जाएगा।
कार्रवाई के दौरान एक फर्म से 83 हजार रुपये की वसूली राजस्व विभाग और राज्य कर अधिकारियों की उपस्थिति में की गई। वहीं, भट्टा संचालकों के खिलाफ की गई कार्रवाई में लगभग 9 लाख रुपये मौके पर ही जमा करवाए गए। टीम ने कई भट्टा यूनिटों का निरीक्षण कर संचालकों को बकाया भुगतान की अंतिम चेतावनी दी। अभियान के दौरान कई फर्मों पर कुर्की नोटिस चस्पा किए गए। नोटिस में स्पष्ट कहा गया कि निर्धारित समय में बकाया न चुकाने पर टीम उनकी संपत्तियां सीज कर नीलामी प्रक्रिया शुरू कर देगी।
राज्य कर उपायुक्त राजीव त्यागी ने बताया कि यह अभियान प्रदेश स्तरीय निरीक्षण का हिस्सा है, जिसका मकसद राजस्व में बढ़ोतरी करना और कर चोरी पर कड़ी कार्रवाई करना है। उन्होंने कहा कि कई फर्म लंबे समय से बकाया जमा करने में लापरवाही कर रही थीं। इसलिए सख्त कदम उठाना आवश्यक हो गया था।
राजस्व विभाग के अधिकारियों ने भी बताया कि जिले में बड़ी संख्या में फर्मों पर लाखों रुपये का बकाया है। ऐसे मामलों में संपत्ति कुर्की और नीलामी की प्रक्रिया तेजी से शुरू की जाएगी।
सघन वसूली अभियान की कार्रवाई पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी रही। व्यापारियों और भट्टा संचालकों में इस बात को लेकर भय साफ देखा गया कि अगली बार टीम किसी भी समय उनकी फर्म पर पहुंच सकती है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले दिनों में यह अभियान और तेज किया जाएगा, ताकि राजस्व वसूली समय पर की जा सके और कर चोरी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई हो सके।

