आजमगढ़ में सड़क दुर्घटनाएं रोकने की बड़ी पहल, 24 स्पेशल क्रिटिकल टीम तैनात
आजमगढ़ को जीरो मृत्यु दर जनपद (जीरो फेटेलिटी डिस्ट्रिक्ट) के रूप में पुलिस मुख्यालय की ओर से चिन्हित किया गया है। इसके अंतर्गत जनपद के 7 प्रमुख सड़कों को क्रिटिकल कोटिडोर के रूप में चिन्हित किया गया है, जहां पर रोड एक्सीडेंट और मृत्यु दर को न्यूनतम किया जा सके।
जिले में लगातार बढ़ रही रोड एक्सीडेंट्स की घटनाओं को कम करने और रोड एक्सीडेंट में घायल लोगों की जान बचाने के लिए आजमगढ़ जिले में क्रिटिकल कॉरिडोर टीमों का गठन किया गया है, जिससे सड़कों पर होने वाले एक्सीडेंट्स को कम किया जा सके। इन टीमों का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना है।
इन संवेदनशील मार्गों को किया गया चिन्हित
इस योजना के अंतर्गत क्रिटिकल कॉरिडोर के लिए आजमगढ़ से दोहरीघाट मार्ग, आजमगढ़-वाराणसी मार्ग और आजमगढ़-जौनपुर राजमार्ग के साथ-साथ पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को भी चिन्हित किया गया है। इन मार्गों पर पुलिस की ओर से प्रभावी निगरानी व दुर्घटनाओं की रोकथाम करने के लिए मार्गो पर पड़ने वाले कुल 15 थानों में 24 क्रिटिकल कॉरिडोर टीम का गठन किया गया है।
क्या है क्रिटिकल कॉरिडोर टीम?
आजमगढ़ अपर पुलिस अधीक्षक यतायात विवेक त्रिपाठी ने बताया कि क्रिटिकल कॉरिडोर टीम का कार्य मुख्य रूप से संभावित स्थलों और संवेदनशील समय में प्रभावी चेकिंग अभियान करते हुए कार्रवाई करना होगा और क्रिटिकल कॉरिडोर एरिया में होने वाली दुर्घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए विवेचना करना होगा।
टीम की ओर से रात के समय में भारी वाहनों की आकस्मिक चेकिंग की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चालक वाहन चलाते वक्त नींद की स्थिति में ना हो। यदि चालक थका हुआ प्रतीत होगा तो उसे विश्राम करने की सलाह दी जाएगी। इसके अलावा मुख्य चौराहों पर अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ सड़क पर अनावश्यक रूप से खड़े हुए या खराब वाहनों को तत्काल हटवाने का कार्य किया जाएगा, जिससे सड़क पर किसी भी प्रकार का अवरोध न पैदा हो और दुर्घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके।

