गोंडा की एक हाउसवाइफ ने घर में रहकर वो कर दिखाया, जो बाहर निकलकर भी कई औरतें-लड़कियां नहीं कर पाती है. महिला ने घर पर ही एक ऐसा बिजनेस शुरू किया जिससे वह लाखों रुपए की कमाई करने लगी. आइए जानते हैं महिला के बारे में.
गोंडा जिले की एक साधारण गृहिणी ने इस बात को सच कर दिखाया है कि अगर मेहनत और लगन हो तो घर बैठे भी अच्छी कमाई की जा सकती है. यह महिला घर पर ही आंवले का मुरब्बा बनाकर न सिर्फ अपनी पहचान बना रही है, बल्कि लाखों रुपये की कमाई भी कर रही है. उन्होंने बताया कि आंवले का मुरब्बा हमारे सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. सुबह शाम एक-एक आंवले का मुरब्बा का सेवन करना चाहिए. किरण मिश्रा बताती हैं कि मुरब्बा हमको काफी पसंद था तो अपनी पसंद को ही बिजनेस बना लिया और अब लाखों का इनकम हो रहा है.
किरण मिश्रा ने बताया कि उनको बचपन से ही आंवले का मुरब्बा खाना और बनाना काफी पसंद था. परिवार और पड़ोसियों को उनका बनाया हुआ मुरब्बा बहुत पसंद आता था. कुछ साल पहले उन्होंने शौक को ही व्यवसाय बनाने का फैसला किया. शुरू-शुरू में उन्होंने घर पर 4–5 किलो आंवला लेकर मुरब्बा बनाया और पड़ोस में बेचने की कोशिश की. लोगों को स्वाद इतना पसंद आया कि धीरे-धीरे ऑर्डर बढ़ने लगे.
किरण बताती हैं कि आंवला हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है. इसमें विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर को मजबूत बनाता है. सुबह-शाम एक-एक आंवले का मुरब्बा खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, पाचन अच्छा रहता है और त्वचा में भी निखार आता है. यही वजह है कि लोग इसका नियमित सेवन करना पसंद करते हैं.
शुरुआत में किरण महीने भर में केवल कुछ किलो मुरब्बा ही बेच पाती थीं. लेकिन आज उनकी मांग पूरे जिले में है. त्योहारों, शादी-ब्याह और उपहार के तौर पर भी लोग उनका मुरब्बा खरीदते हैं. उन्होंने बताया कि इस समय हमारे आंवले की मुरब्बा की डिमांड पूरे गोंडा जिले में है.
किरण मिश्रा ने बताया कि मुरब्बा बनाने में लगभग एक से डेढ़ लाख रुपए की लागत आती है. उन्होंने बताया कि आंवले के मुरब्बे से सालाना दो से ढाई लाख रुपए का टर्नओवर हो रहा है. किरण कहती हैं कि महिलाओं को अपने हुनर पर भरोसा करना चाहिए. अगर सही तरीके से मेहनत की जाए तो घर बैठे भी अच्छी कमाई संभव है. वह चाहती हैं कि ज्यादा से ज्यादा महिलाएं इस तरह के छोटे व्यवसाय शुरू करें. गोंडा की किरण मिश्रा की यह कहानी साबित करती है कि एक छोटा-सा कदम भी जिंदगी बदल सकता है. बस जरूरत है हिम्मत, लगन और लगातार प्रयास की.

