Uttar Pradesh

UP News: मजदूरों के बच्चों के लिए वरदान है यह योजना, पढ़ाई के लिए सरकार दे रही खर्चा, ऐसे करें आवेदन

Last Updated:November 15, 2025, 10:47 ISTUP News: संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना आर्थिक रूप से कमजोर श्रमिक परिवारों के बच्चों को शिक्षा के लिए मदद देती है. कक्षा 1–12 तक 2000–3000 रुपये, स्नातक/आईटीआई/पॉलिटेक्निक के लिए 12,000 रुपये और उच्च शिक्षा के लिए 24,000 रुपये की सहायता मिलती है. प्रोफेशनल कोर्स पर 60,000 रुपये और मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है.आजमगढ़. शिक्षा विकसित जीवन का मूल आधार है, लेकिन समय के साथ-साथ शिक्षा प्राप्त करना महंगा होता जा रहा है. किसी अच्छे स्कूल में शिक्षा प्राप्त करना ऐसे वर्ग के लिए बेहद कठिन हो जाता है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं या घर खर्च चलाने के लिए मजदूरी करते हैं. ऐसे में इस वर्ग के बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके. इसके लिए सरकार की तरफ से भी कई तरह की योजनाओं का संचालन किया जाता है. जिससे कामगार श्रमिकों के बच्चों को भी अच्छे संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने में आसानी हो सके. श्रमिक कामगारों के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना का संचालन किया जाता है. जिसमें उन्हें पढ़ाई लिखाई के लिए आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है.

पॉलीटेक्निक, आईटीआई करने के लिए भी मिलेगी मदद

संत रविदास शिक्षा प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत श्रमिक कामगारों के अधिकतम दो बच्चों को पढ़ाई लिखाई के लिए एक मुश्त सहायता राशि उपलब्ध कराई जाती है. जिसकी मदद से उनकी पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था हो सके. इस योजना के अंतर्गत कक्षा 1 से 12 तक के बच्चों को 2000 से ₹3000 तक की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है. वहीं स्नातक, आईटीआई या पॉलिटेक्निक कोर्स करने के लिए भी सरकार की तरफ से इन बच्चों को ₹12000 तक आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है. इसके साथ ही यदि बच्चा उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहता है, तो उसके लिए भी सरकार के द्वारा इस योजना के अंतर्गत स्नातक के लिए  24000 रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है.

प्रोफेशनल कोर्सेज के लिए 60 हजार तक की मदद

यदि अगर कोई बच्चा प्रोफेशनल डिग्री कोर्सेज करना चाहता है, तो उसके लिए भी उसे ₹60000 की आर्थिक मदद मेडिकल कोर्सेज के लिए शुल्क का शत  प्रतिशत प्रतिपूर्ति एवं अनुसंधान हेतु ₹100000 की आर्थिक सहायता की व्यवस्था सरकार के द्वारा दिया जा रहा है. वहीं इस योजना के अंतर्गत पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन करने वाले बच्चों को भी प्रोत्साहन राशि दी जाती है. मसलन यदि बच्चा हाई स्कूल व इंटरमीडिएट में 70% से अधिक अंक प्राप्त करता है तो उसे 5000 से ₹7000 तक की प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है.

आजमगढ़ यूपी श्रम आयुक्त पवन सोनकर ने बताया कि इस योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक श्रमिक आजमगढ़ के श्रम विभाग में संपर्क कर सकते हैं. या इसके लिए ऑनलाइन भी आवेदन किया जा सकता है. इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक आदि दस्तावेजों की जरूरत होगी.Lalit Bhattपिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों में रिपोर्टिंग से ल…और पढ़ेंपिछले एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हूं. 2010 से अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत की, जिसके बाद यह सफर निरंतर आगे बढ़ता गया. प्रिंट, टीवी और डिजिटल-तीनों ही माध्यमों में रिपोर्टिंग से ल… और पढ़ेंन्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।Location :Azamgarh,Azamgarh,Uttar PradeshFirst Published :November 15, 2025, 10:47 ISThomeuttar-pradeshमजदूरों के बच्चों के लिए वरदान है यह योजना, पढ़ाई के लिए सरकार दे रही खर्चा

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