भारत में टीबी के मामलों में 92% तक की उपचार कवरेज की दर हासिल हुई है: सरकार
भारत में टीबी के मामलों में 92% तक की उपचार कवरेज की दर हासिल हुई है, जो 2015 में 53% से बढ़कर हुई है। 2024 में 26.18 लाख टीबी रोगियों का पता चला, जो अनुमानित 27 लाख मामलों में से थे। यह टीबी के मामलों की पहचान के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण है, जो नए प्रौद्योगिकियों के तेजी से अपनाने, सेवाओं के वितरण और बड़े पैमाने पर समुदाय की जागरूकता के कारण है।
सरकार ने कहा है कि यह टीबी के मामलों में पहचान के लिए एक उच्चतम गिरावट है, जो विश्व स्तर पर अन्य उच्च-बोझ वाले देशों में दर्ज की गई गिरावट से अधिक है। 2015 में अनुमानित 15 लाख मामलों की तुलना में 2024 में टीबी के मामलों की पहचान के लिए कम से कम एक लाख मामले ही हैं।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान के लिए इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों के उपचार की दर में भी वृद्धि की है, जो 2015 में 53% से बढ़कर 2024 में 92% हो गई है। इसी तरह, टीबी के मामलों के उपचार की दर विश्व स्तर पर 88% से अधिक हो गई है।
सरकार ने कहा है कि भारत में टीबी के मामलों की मृत्यु दर 2015 में 28 प्रति लाख आबादी से घटकर 2024 में 21 प्रति लाख आबादी हो गई है, जो टीबी से मृत्यु दर में कमी के लिए एक महत्वपूर्ण प्रगति है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्यु दर में कमी हुई है।
सरकार ने कहा है कि टीबी के मामलों की पहचान और उपचार के लिए एक नवाचारी दृष्टिकोण के कारण ही यह प्रगति हासिल हुई है। इस दृष्टिकोण ने टीबी के मामलों की पहचान और उपचार में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिससे टीबी से मृत्य

